कोकराझार में पीएम मेादी ने राहुल के डंडे वाले बयान का दिया करारा जवाब

पीएम मोदी के स्वागत में कोकराझार में शानदार तैयारी की गई है। लोगों ने पीएम मोदी के स्वागत में सड़कों और गलियों पर लाखों दीये भी जलाए। पीएम मोदी ने इसकी तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की हैं।

Update:2020-02-07 10:43 IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को असम में कोकराझार के दौरे पर हैं। पीएम मोदी गुवाहाटी एयरपोर्ट से कोकराझार पहुंच चुके हैं। प्रोग्राम के मुताबिक पीएम यहां थोड़ी देर में रैली को संबोधित कर रहे हैं| यहां स्थानीय परंपरा के मुताबिक प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया और समझौते के लिए धन्यवाद प्रस्ताव दिया गया।

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मोदी ने कही ये बड़ी बातें

यहां सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस जगह से मेरा पुराना रिश्ता, लेकिन आज जो उत्साह देखने को मिला है वैसा कभी नहीं मिला। यहां बोडो समुदाय के लोगों से पीएम ने कहा कि मैं आपका हूं, मुझपर भरोसा रखना।

प्रधानमंत्री बोले कि पूर्वोत्तर में अब अलगाव नहीं, लगाव हो गया है। जब लगाव होता है, तो सभी एकसाथ काम करने के लिए तैयार होते हैं। सरकार ने ब्रू की समस्याओं को समझा और उनका हल निकाला। अब एनएलएफटी ने भी बम-बंदूकों को छोड़ शांति का मार्ग अपना लिया।

रैली में प्रधानमंत्री बोले कि देश में एक विभाजित करने वाली विचारधारा को पैदा किया जा रहा है, लेकिन ऐसे लोग असम और भारत को समझते नहीं हैं. सीएए को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है, यहां कोई बाहर से आकर नहीं बसेगा। मैं आज असम के हर साथी को ये आश्वस्त करने आया हूं कि असम विरोधी, देश विरोधी हर मानसिकता को, इसके समर्थकों को,देश न बर्दाश्त करेगा, न माफ करेगा।

समझौते से स्थाई शांति का रास्ता निकला है: पीएम

कोकराझार की सभा में पीएम ने कहा कि ये इतिहास की सबसे ऐतिहासिक रैली होगी। कभी-कभी लोग डंडा मारने की बात करते हैं लेकिन मुझे करोड़ों माताओं-बहनों का कवच मिला हुआ है। आज का दिन शहीदों को याद करने का है, जिन्होंने देश के लिए बलिदान का है। बोडो समझौते पर प्रधानमंत्री बोले कि आज का दिन स्थानीय लोगों के जश्न का है, क्योंकि समझौते से स्थाई शांति का रास्ता निकला है।

सभा में प्रधानमंत्री ने कहा कि अब हिंसा के अंधकार को इस धरती पर लौटने नहीं देना है, अब किसी का खून नहीं गिरेगा। हिंसा को लेकर पीएम ने कहा कि दशकों तक यहां गोलियां चलती रहीं, लेकिन अब एक शांति का नया रास्ता खुला है। नॉर्थईस्ट में अब शांति का नया अध्याय जुड़ना ऐतिहासिक है।

बता दें कि दिसंबर में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन शुरू होने के बाद से यह प्रधानमंत्री का पहला पूर्वोत्तर दौरा है। इसके पहले पीएम मोदी को असम के कई शहरों में CAA को लेकर भड़के आक्रोश के कारण जापानी पीएम शिंजो आबे के साथ शिखर सम्मेलन रद्द करना पड़ा था।

स्वागत की जोरदार तैयारी

पीएम मोदी के स्वागत में कोकराझार में शानदार तैयारी की गई है। लोगों ने पीएम मोदी के स्वागत में सड़कों और गलियों पर लाखों दीये भी जलाए। पीएम मोदी ने इसकी तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की हैं।

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असम दौरे को लेकर पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘कल मैं असम में दौरे को लेकर उत्सुक हूं। मैं एक जनसभा को संबोधित करने के लिए कोकराझार में रहूंगा। हम बोडो समझौते पर सफलतापूर्वक हस्ताक्षर किये जाने का जश्न मनाएंगे, जिससे दशकों की समस्या का अंत होगा। यह शांति और प्रगति के नये युग की शुरूआत का प्रतीक होगा।

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