PM Modi: पीएम मोदी ने फसलों की 109 नई किस्में किसानों को समर्पित कीं
PM Modi: बागवानी फसलों में फलों, सब्जियों, बागान फसलों, कंद फसलों, मसालों, फूलों और औषधीय फसलों की विभिन्न किस्में जारी की गई हैं।
PM Modi: कृषि उत्पादन को और बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ज्यादा उपज देने वाली 61 फसलों की 109 नई किस्मों को लॉन्च किया है। इनमें अनाज, बागवानी, चारा फसलें समेत कई अन्य फसलों की किस्में शामिल हैं। यह सभी किस्में जलवायु अनुकूल हैं और इनके जरिए न सिर्फ उपज बढ़ाने में मदद मिलेगी बल्कि बेहतर क्वालिटी होने से किसानों को अच्छी कीमत मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में फसलों की 109 किस्मों को जारी कीं। खेती की फसलों में मोटे अनाज, चारा फसलें, तिलहन, दलहन, गन्ना, कपास, रेशा और अन्य संभावित फसलों सहित विभिन्न अनाजों के बीज जारी किए गए हैं। बागवानी फसलों में फलों, सब्जियों, बागान फसलों, कंद फसलों, मसालों, फूलों और औषधीय फसलों की विभिन्न किस्में जारी की गई हैं।
जलवायु अनुकूल पद्धतियों को अपनाने पर जोर
प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से कहा कि कृषि के क्षेत्र में उठाये गए इन कदमों से किसानों की अच्छी आय सुनिश्चित होगी और उनके लिए उद्यमिता के नए अवसर प्राप्त होंगे। उच्च उपज वाली 109 किस्मों को जारी करने का यह कदम इस दिशा में एक और कदम है।
इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश के किसानों के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण है। किसानों का उत्पादन बढ़े, वे देश में अन्न के भंडार भरें, इस दिशा में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा विकसित 109 जैव-संवर्धित एवं जलवायु अनुकूल किस्मों को किसानों को समर्पित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इन नई किस्मों को राष्ट्र और किसानों को समर्पित करने का ‘लैब से लैंड तक’ का यह अद्भुत उदाहरण है। भारत विश्व का फूड बास्केट बने, इस परिकल्पना को साकार करने में केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है।
ये फसले हैं शामिल
जो 109 किस्में तैयार की गई हैं उनमें अनाज की 23 किसमें हैं। अनाज में भी चावल की 9, गेहूं की 2, जौ की 1, मक्का की 6, ज्वार की 1, बाजरा की 1, रागी की 1, छीना की 1, सांबा की 1, अरहर की 2, चने की 2, मसूर की 3, मटर की 1, मूंग की 2 किस्में हैं। ओवरऑल तिलहन की 7 किस्में हैं जबकि चारे की 7 किस्में, गन्ने की 7, कपास की 5, जूट की एक, बागवानी की 40 किस्म हैं। धान की एक ऐसी किस्म भी है, जिसमें 20 फीसदी कम पानी लगेगा। उत्पादन के साथ कीटों का कम प्रकोप हो, वो प्रयत्न भी किया गया है।