Pollution in Delhi: दिल्ली में प्रदूषण पर SC में 10 नवंबर को सुनवाई, पूछा- जब नोएडा के बंद तो दिल्ली के क्यों खुले हैं स्कूल?
Delhi Air Pollution: याचिकाकर्ता का कहना है कि जब प्रदूषण से एनसीआर क्षेत्र नोएडा के स्कूल बंद हैं,तो दिल्ली के क्यों खुले हैं।अब सर्वोच्च न्यायालय इस मामले में सुनवाई को तैयार है।
Pollution in Delhi: मौसम बदलते ही एक बार फिर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की आबोहवा जहरीली होने लगी है। दिल्ली के दमघोटू प्रदूषण के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। जिसमें याचिकाकर्ता का कहना है कि जब प्रदूषण से एनसीआर क्षेत्र नोएडा के स्कूल बंद हैं, तो दिल्ली के क्यों खुले हैं। अब सर्वोच्च न्यायालय इस मामले में सुनवाई को तैयार है। दिल्ली के प्रदूषण से जुड़ी याचिका पर 10 नवंबर 2022 को सुनवाई होगी।
याचिका में क्या है मांग?
सुप्रीम कोर्ट के वकील शशांक शेखर झा ने ये याचिका दाखिल की है। याचिका में मांग की गई है, दिल्ली में प्रदूषण के मौजूदा हालात से निपटने के लिए सरकार को सख्त आदेश दिए जाएं। हालांकि, मुख्य न्यायाधीश ने इस बात पर सहमति जताई है। साथ ही, चिंता जाहिर करते है कहा, कि राष्ट्रीय राजधानी की स्थिति भयावह है। हालांकि, उन्हें ये याचिका अनुच्छेद- 32 के तहत दाखिल करने में थोड़ी हिचकिचाहट हुई। याचिकाकर्ता ने इस याचिका में केंद्र सरकार (Central government), दिल्ली (Delhi government), हरियाणा (Haryana government), पंजाब (Punjab government) और यूपी सरकार (UP government) को पक्षकार बनाया है। याचिका में प्रदूषण से निपटने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व में दिए आदेश का पालन न करने की शिकायत भी है। साथ ही, राज्यों के मुख्य सचिव को तलब कर जवाब पूछने की गुहार भी लगाई गई है।
स्कूल और दफ्तर चलें 'वर्चुअल मोड' में
इतना ही नहीं, इस याचिका में लगातार बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने के कारगर उपायों की मांग भी की गयी है। सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाने की भी मांग याचिका में की गई। इसके अलावा, स्कूल तथा दफ्तरों को 'वर्चुअल मोड' पर चलाने के आदेश की मांग भी इस याचिका में है।
पराली जलाने से बढ़ी समस्या
सुप्रीम कोर्ट के वकील शशांक शेखर झा ने याचिका में स्मॉग टॉवर की संख्या बढ़ाने तथा दिल्ली में प्रदूषण को खत्म करने के लिए जल्द ठोस कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने ये भी कहा है, कि हर रोज बड़े पैमाने पर पंजाब में पराली जलाई जा रही है। जिससे दिल्ली की आबोहवा काफी खराब हुई है। इस संबंध में राज्य सेक्रेटरी को अदालत में बुलाया जाना चाहिए।