Prayagraj News: पत्नी संग ट्रेन में सफर के दौरान HC जज हुए परेशान, पत्र लिखकर रेलवे से मांगा जवाब
Prayagraj News: इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज गौतम चौधरी को भी अपनी ट्रेन यात्रा के दौरान काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ा। ऐसे में गुस्साएं जस्टिस चौधरी ने पत्र लिखकर रेलवे से जवाब मांगा है।
Prayagraj News: रेलवे यात्रा के दौरान हर दिन तमाम यात्रियों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसी क्रम में इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज गौतम चौधरी को भी अपनी ट्रेन यात्रा के दौरान काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ा। ऐसे में गुस्साएं जस्टिस चौधरी ने पत्र लिखकर रेलवे से जवाब मांगा है। जिसके बाद अब ये मामला सुर्खियों में आ गया है।
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जानें क्या है पूरा मामला
जस्टिस चौधरी की ओर से लिखे गए पत्र के अनुसार कि 8 जुलाई को पुरुषोत्तम एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12802) के एसी-1 कोच से जस्टिस चौधरी अपनी पत्नी के साथ नई दिल्ली से प्रयागराज जाना था। यह ट्रेन अपने समय से तीन घंटे की ज्यादा देरी से स्टेशन पर पहुंची। बार-बार TTE को सूचना दिए जाने के बावजूद उनकी मदद के लिए कोई जीआरपी कर्मी नहीं आया। इसके अलावा, पैंट्री कार कर्मचारियों की ओर से भी ध्यान नहीं दिया गया। उनके परिवार को खाने के लिए कुछ भी उपलब्ध नहीं कराया गया। इसकी शिकायत के लिए उन्होंने पेंट्रीकार मैनेजर राज त्रिपाठी को फोन किया, लेकिन फोन भी नहीं उठाया गया।
जज ने तलब किया जवाब
पत्र में आगे कहा गया है कि इस घटना से घटना से जस्टिस महोदय को काफी असुविधा हुई और बे बेहद दुखी हुए। इस घटना में रेलवे के अधिकारियों, जीआरपी कर्मियों और पेंट्रीकार मैनेजर के व्यवहार और कर्तव्य के प्रति लापरवाही की गई। जिसे लेकर जस्टिस चौधरी ने नाराजगी जताई है। जस्टिस चौधरी ने नार्थ सेंट्रल रेलवे के अधिकारियों से घटना और दोषी कर्मचारियों के संबंध में कोर्ट को जवाब देने के लिए कहा है।
कौन हैं जस्टिस गौतम चौधरी
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीए, एलएलबी करने वाले जस्टिस गौतम चौधरी 1993 में बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश में एक वकील के रूप में नामांकित हुए थे। सालों तक प्रैक्टिस के बाद 26 मार्च 2021 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में इलाहाबाद हाईकोर्ट में नियुक्त हुए। अपने 3 साल के कार्यकाल में जस्टिस गौतम चौधरी ने हिंदी भाषा में 10 हजार से अधिक निर्णय सुना चुके हैं।