President Election: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर नड्डा के घर BJP की अहम बैठक, पार्टी ने बनाई रणनीति

President Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर आज भाजपा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के आवास पर बैठक की। इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2022-06-19 21:25 IST

भाजपा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा। (Social Media)

President Election: नए राष्ट्रपति के चुनाव (New President Election) की तारीख नजदीक आने के साथ ही गहमागहमी काफी तेज हो गई है। विपक्षी नेताओं की बड़ी बैठक के बाद आज भाजपा की एक उच्चस्तरीय बैठक (BJP Meeting) में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर गहराई से मंथन किया गया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (BJP National President Jagat Prakash Nadda) के आवास पर हुई इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया। करीब एक घंटे तक चली इस बैठक के दौरान राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति पर चर्चा की गई।

राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर सभी दलों के साथ बातचीत

भाजपा की ओर से पिछले दिनों पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा (National President Jagat Prakash Nadda) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) को राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर सभी दलों के साथ बातचीत और समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। दोनों नेताओं ने इस संबंध में विपक्ष के बड़े नेताओं से बातचीत की है मगर यह बातचीत अभी तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच मुकाबला तय माना जा रहा है। 

भाजपा की रणनीति पर गहराई से मंथन 

राष्ट्रपति चुनाव (President Election) के लिए नामांकन शुरू होने के बाद भाजपा ने सक्रियता बढ़ा दी है। इसी कड़ी में आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा (National President Jagat Prakash Nadda) के घर महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी। पार्टी की ओर से इस बाबत कमेटी का भी गठन किया गया है जिसका संयोजक केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत (Union Minister Gajendra Shekhawat) को बनाया गया है। शेखावत भी आज हुई बैठक में मौजूद थे। उनके अलावा रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव, अर्जुन राम मेघवाल, जी किशन रेड्डी, विनोद तावड़े, ओम पाठक और संबित पात्रा समेत कई नेताओं ने इस बैठक में हिस्सा लिया। 

बैठक के दौरान राष्ट्रपति चुनाव (President Election) पर गहराई से मंथन करने के साथ पार्टी की रणनीति पर भी चर्चा की गई। पार्टी अध्यक्ष नड्डा की ओर से विपक्षी नेताओं के साथ हुई बातचीत का ब्योरा भी बैठक में रखा गया। भाजपा ने पार्टी अध्यक्ष नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सभी दलों के साथ बातचीत की जिम्मेदारी सौंपी है। दोनों नेताओं ने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee), शरद पवार (Sharad Pawar), अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई नेताओं से संपर्क साधा है। मगर अभी तक बातचीत में कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है।

कई नेताओं के नाम चर्चा में 

राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष अभी तक अपना उम्मीदवार नहीं तय कर सका है तो दूसरी ओर भाजपा ने अभी तक अपने उम्मीदवार के नाम का खुलासा नहीं किया है। चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान तय किया है। 21 जुलाई को मतगणना के बाद चुनाव का नतीजा घोषित किया जाएगा। 

इस बीच भाजपा में कई नेताओं का नाम जोरशोर से उछला हुआ है। इन नेताओं में दलित नेता और कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, तेलंगाना के राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन, लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नाम शामिल हैं। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने फैसलों से हमेशा लोगों को चौकाते रहे हैं। ऐसे में इस बार भी कोई नया नाम लोगों को चौंका सकता है। 

पवार ने भी बुलाई 21 को बैठक 

उधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के बुलावे पर विपक्षी नेताओं की बैठक में किसी नाम पर रजामंदी नहीं बन सकी थी। बैठक में एनसीपी मुखिया शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर फारुक अब्दुल्ला (Former Jammu and Kashmir Chief Minister Dr Farooq Abdullah) के नामों पर चर्चा हुई मगर इन दोनों नेताओं ने राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है। यही कारण है कि विपक्षी नेता किसी नए नाम की तलाश में जुटे हुए हैं।

एनसीपी मुखिया शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) ने 21 जून को विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक फिर बुलाई है। हालांकि इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हिस्सा नहीं लेंगी। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम होने के कारण ममता इस बैठक में हिस्सा नहीं ले सकेंगी मगर उनकी जगह पार्टी के दूसरे नेता मौजूद रहेंगे।

विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में अब पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी का नाम चर्चाओं में है। अब सबकी निगाहें विपक्षी नेताओं की दूसरी बैठक पर टिकी हुई हैं। देखने वाली बात यह होगी कि इस बैठक में किसी नाम पर रजामंदी बन पाती है या नहीं।

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