Presidential Election 2022: द्रौपदी मुर्मू की जीत हुई और आसान, 96 लोगों के पर्चे रद्द

Presidential Election 2022: 18 जुलाई को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के लिए अब मैदान में दो ही उम्मीदवार बचे हैं। दरअसल 29 जून तक 98 लोगों ने राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए पर्चा दाखिल किया था।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-07-01 11:23 GMT

Presidential Election 2022। (Social Media)

Presidential Election 2022: 18 जुलाई को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election 2022) के लिए अब मैदान में दो ही उम्मीदवार बचे हैं। दरअसल 29 जून तक 98 लोगों ने राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए पर्चा दाखिल किया था। नामांकन और जांच की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद दो उम्मीदवारों को छोड़कर बाकी सभी लोगों के पर्चे खारिज कर दिए गए। चुनाव के पीठासीन अधिकारी पीसी मोदी ने बताया कि नामांकन खत्म होने की तारीख यानि 29 जून तक 98 लोगों ने 115 सेट नामांकन पत्र भरा। इनमें से 26 लोगों के नामांकन उसी समय तकनीकी कारणों से रद्द कर दिए गए थे, जब उन्होंने इसे भरा था।

बाकी बचे 72 लोगों की जांच गुरूवार को की गई, जिनमें से सिर्फ एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) और विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) का नामांकन ही सही पाया गया। शेष 70 लोगों के पर्चे रद्द कर दिए गए। बता दें कि नाम वापसी की आखिरी तारीख कल यानि शनिवार 2 जुलाई को है।

इस राज्य से सबसे अधिक लोगों ने भरा था नामांकन

राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election 2022) के लिए पीठासीन अधिकारी बनाए गए राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी (Rajya Sabha Secretary General PC Modi) ने बताया कि राष्ट्रपति चुनाव 2022 (Presidential Election 2022) के लिए दिल्ली (Delhi) समेत 17 राज्यों से नामांकन पत्र भरे गए। इनमें सबसे अधिक दिल्ली के 19 लोगों ने नामांकन भरा, इसके बाद स्थान आता है उत्तर प्रदेश का, जहां के 16 लोगों ने नामांकन भरा। इसी तरह महाराष्ट्र और तमिलनाडु से क्रमशः 11 और 10 लोगों ने पर्चा भरा।

अकाली दल एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देगी

कृषि कानूनों के विरोध एनडीए (NDA) से बाहर आने वाली शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) ने राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu)का समर्थन करने का ऐलान किया है। अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल (Akali leader Sukhbir Singh Badal) ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से इस संबंध में बात की है। अकाली नेता इस बात को लेकर राजी हैं कि द्रौपदी मुर्मु के महिला और आदिवासी समाज से होने की वजह से उन्हें समर्थन देना चाहिए। दरअसल अकाली दल का ये समर्थन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कल यानि गुरूवार को पंजाब विधानसभा में अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रस्ताव लाया गया था, जिसे शिरोमणि अकाली दल ने भी समर्थन किया था।

बता दें कि एनडीए से अलग होने के बाद अकाली दल के बुरे दिन चल रहे हैं। हालिया पंजाब विधानसभा चुनाव में भी पार्टी महज तीन सीटों पर सिमट गई थी। इसके अलावा हाल ही में संपन्न हुए संगरूर लोकसभा उपचुनाव में अकाली उम्मीदवार पांचवे स्थान पर खिसक गया था।

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