त्रिपुरा में पत्रकार की हत्या पर प्रेस परिषद ने लिया संज्ञान

Update: 2017-11-24 13:20 GMT

अगरतला: भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) ने त्रिपुरा में पत्रकार की हत्या पर संज्ञान लेते हुए त्रिपुरा सरकार से घटना पर रपट मांगी है। राज्य के गृह विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि मंगलवार को त्रिपुरा स्टेट राइफल (टीएसआर) के एक घुड़सवार सैनिक के हाथों पत्रकार सुदीप दत्ता भौमिक की हत्या की घटना पर पीसीआई ने संज्ञान लिया है। परिषद ने प्रदेश के मुख्य सचिव संजीव रंजन को पत्रकार की हत्या मामले पर रपट सौंपने को कहा है।

उन्होंने कहा, "घटना से संबंधित तथ्य इकट्ठा करने और घटना के कारण व परिस्थितियों का अध्ययन करने के लिए पीसीआई अपना एक दल त्रिपुरा भेज सकती है।"

हत्या के इस मामले की तहकीकात केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग करते हुए पत्रकारों के विभिन्न संगठनों ने गुरुवार को 'फोरम फॉर प्रोटेक्शन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एफएफपीजे)' की स्थापना की, जिसके माध्यम से हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की अगुवाई की जाएगी।

एफएफपीजे ने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर शनिवार को विरोध प्रदर्शन करेगा। एफएफपीजे के संयोजक प्रणब सरकार ने कहा कि पत्रकार की हत्या की जांच सीबीआई से कराने और मीडियाकर्मियों की सुरक्षा की मांग करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक ज्ञापन भेजा जाएगा।

पुलिस के मुताबिक, टीएसआर की सेकेण्ड बटालियन के राइफलमैन नंदू कुमार रियांग ने अगरतला से 25 किलोमीटर दूर राधाकिशोर नगर में 50 वर्षीय सुदीप दत्ता भौमिक की मंगलवार को कहासुनी के बाद गोली मारकर हत्या कर दी थी।

रियांग सेकेण्ड बटालियन के कमाडेंट तपन देबबर्मा का अंगरक्षक था। मृतक पत्रकार देबबर्मा से मिलने बटालियन मुख्यालय गया था। पत्रकार की हत्या के इस मामले में आरोपी अंगरक्षक और अधिकारी देबबर्मा दोनों 10 दिनों की पुलिस हिरासत में हैं।

प्रदेश सरकार ने घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटीम) का गठन किया है।

सुदीप दत्ता भौमिक स्यंदन पत्रिका और टेलीविजन चैनल वनगार्ड से जुड़े थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी व दो बच्चे हैं। उनकी पत्नी सरकारी स्कूल में अध्यापिका हैं।

--आईएएनएस

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