नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र रहे उमर खालिद का एक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो भारतीय जनता पार्टी के सोशल मीडिया प्रभारी अमित मालवीय ने जारी किया है।
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यह वीडियो महाराष्ट्र के यवतमाल में 17 फरवरी को आयोजित एक जनसभा का बताया जा रहा है। इस वीडियो में उमर कथित तौर पर कह रहे हैं कि डोनाल्ड ट्रंप (अमेरिकी राष्ट्रपति) के भारत आने पर सड़क पर उतरना होगा।
उमर खालिद ने 17 फरवरी को अमरावती में भाषण दिया था
देशद्रोह का आरोप झेल रहे उमर खालिद ने 17 फरवरी को अमरावती में भाषण दिया, जिसमें उन्होंने मुख्यत: मुस्लिम लोगों को (अमेरिकी राष्ट्रपित) ट्रंप के भारत दौरे के दौरान 24 फरवरी को बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरने के लिए कह रहे हैं।'
मालवीय ने इसके साथ ही सवाल किया कि 'क्या दिल्ली में भड़की हिंसा की टुकड़े-टुकड़े गैंग ने हफ्तों पहले प्लानिंग कर ली थी?' इस वीडियो में खालिद यह कहते हुए सुने जा रहे हैं, 'हम वादा करते हैं जब डोनाल्ड ट्रंप भारत आएंगे तो हम उन्हें बताएंगे कि प्रधानमंत्री और हिन्दुस्तान की सरकार, हिन्दुस्तान को बांटने का काम कर रही है। हम तमाम लोग सड़कों पर उतर कर आएंगे। क्या आप लोग उतर आएंगे।'
जानिए कौन है उमर खालिद
खालिद का परिवार करीब तीन दशक पहले महाराष्ट्र के अमरावती के तालेगांव से दिल्ली आया था। उमर खालिद अपने परिवार के साथ जाकिर नगर में रहते हैं। जानकारी के मुताबिक खालिद के पिता सैयद कासिम रसूल इलियास दिल्ली में ही ऊर्दू की मैगजिन ‘अफकार-ए-मिल्ली’ चलाते हैं।
हिस्ट्री में एमए और एमफिल कर चुके जेएनयू में डीएसयू (डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन) से जुड़े रहे हैं जिसे प्रतिबंधित सीपीआई माओवादी पार्टी का समर्थक माना जाता है। 9 फरवरी 2016 को देश विरोधी और आतंकी अफज़ल गुरु के समर्थन में नारे लगाने के आरोप में उमर खालिद, कन्हैया कुमार और अनिर्बान के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दायर किया गया था।
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इन तीनों की गिरफ्तारी भी हुई लेकिन बाद में कोर्ट से जमानत मिल गई। इस केस में अभी जांच जारी है। कश्मीरी आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद भी उमर ने फेसबुक पर एक विवादित पोस्ट लिखी थी जिसमें उसकी तुलना क्रांतिकारी नेता चे ग्वेरा से की गई थी।