राफेल डील: लोकसभा में हंगामा, कार्यवाही 5 मार्च तक के लिए स्थगित

Update: 2018-02-09 07:55 GMT
राफेल डील को लेकर लोकसभा में हंगामा, कार्यवाही 5 मार्च तक के लिए स्थगित

नई दिल्ली: राफेल डील की कीमत बताने की मांग को लेकर कांग्रेस के हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार (09 फ़रवरी) को 5 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई। इसी के साथ लोकसभा में बजट सत्र का पहला चरण समाप्त हो गया है। उधर, राज्यसभा में टीडीपी के सांसदों ने आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज देने की मांग को लेकर हंगामा किया जिसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 2:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के सदस्य राफेल डील की कीमत बताने को लेकर हंगामा करने लगे। स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कांग्रेस सदस्यों को समझाने की कोशिश की मगर हंगामा न थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही 5 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी। दूसरी ओर, राज्यसभा में सपा सांसद नीरज शेखर बजट पर अपनी बात रख रहे थे, मगर इसी दौरान टीडीपी सांसद वेल में पहुंचकर हंगामा करने लगे। टीडीपी सांसद आंध्र प्रदेश को स्पेशल पैकेज न देने पर अपना विरोध जता रहे थे। हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

नहीं मिला राहुल को बोलने का मौका

लोकसभा में आज पहले से राफेल सौदे को लेकर हंगामा होने के आसार थे। गुरुवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा था, कि यूपीए सरकार के समय 2005 व 2007 में रक्षा सौदों की जानकारी मांगने पर तत्कालीन रक्षा मंत्रियों ने ऐसी जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा था कि राष्ट्र हित में यह जानकारी नहीं दी जा सकती। उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि अब कांग्रेस किस आधार और किस मुंह से यह जानकारी मांग रही है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रणब मुखर्जी से राष्ट्रीय सुरक्षा का पाठ पढ़ने की नसीहत तक दे डाली थी। इससे कांग्रेस नाराज थी। बाद में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि वे इस मुद्दे पर बोलना चाहते थे, मगर उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया। आज भी राहुल गांधी इस मुद्दे पर नहीं बोल सके। उन्हें बोलने का मौका दिए बगैर ही लोकसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।

राहुल बोले- नहीं मिला सवालों का जवाब

इस मुद्दे पर राहुल गांधी का कहना है, कि 'हमने तीन सवाल पूछे हैं। मगर, पीएम ने किसी का जवाब नहीं दिया। पहले सरकार ने कुछ कहा था और अब कुछ और कह रही है। प्रधानमंत्री मूलभूत सवालों का जवाब देने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। पहले रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वे देश को राफेल एयरक्राफ्ट की खरीद की जानकारी देंगी और अब वे कह रही हैं कि नहीं बता सकती हैं, क्योंकि ये गोपनीय है। इन दोनों में से उनका कौन सा बयान सही है।'

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