Paper Leak पर राहुल गांधी का हमला, '...काशी में मोदी जी नानी को ननिहाल का हाल सुना रहे'

UP Police Paper Leak: राहुल गांधी ने कहा, 'लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक पुलिस भर्ती पेपर लीक को लेकर युवा सड़कों पर हैं। और वहां से मात्र 100 किमी दूर वाराणसी में प्रधानमंत्री...'

Written By :  aman
Update: 2024-02-23 13:56 GMT

राहुल गांधी (Social Media)

UP Police Paper Leak: यूपी में 'पेपर लीक' मामले पर संग्राम जारी है। प्रयागराज, लखनऊ सहित अन्य जिलों में अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है। छात्रों के प्रदर्शन पर अब सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पेपर लीक मामले पर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरने का प्रयास किया।

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक पुलिस भर्ती पेपर लीक को लेकर युवा सड़कों पर हैं। और वहां से मात्र 100 किमी दूर वाराणसी में प्रधानमंत्री युवाओं के नाम पर युवाओं को ही बरगला रहे हैं। ठेठ बनारसी अंदाज में कहें तो मोदी जी 'नानी को ननिहाल का हाल सुना रहे हैं'।

प्रियंका गांधी- 'बस एक बार सोच कर देखिए'

इससे पहले, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा था। दोनों नेता फ्रंट फुट पर खेल रहे हैं। प्रियंका गांधी ने शुक्रवार (23 फरवरी) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, 'बस एक बार सोच कर देखिए, 50 लाख से अधिक युवाओं ने फॉर्म भरा। ये प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी परीक्षा थी। 400 रुपए का एक फॉर्म था। 48 लाख एडमिट कार्ड जारी हुए। परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो गया। क्या बीत रही होगी बच्चों पर, उनके परिवारों पर। राहुल गांधी ने कहा, लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक पुलिस भर्ती पेपर लीक को लेकर युवा सड़कों पर हैं।'

प्रियंका की मांग

एक अन्य पोस्ट में प्रियंका गांधी ने लिखा, 'कांग्रेस ने यूपी में भर्ती विधान पेश किया था जिसमें पेपर लीक और भर्तियों में भ्रष्टाचार रोकने के प्रावधान रखे गए थे। पेपर लीक संकट को देखते हुए हमारी मांग है-

◾️हाल में हुई दोनों पेपर लीक की घटनाओं की CBI जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

◾️एक परीक्षा कैलेंडर जारी हो, जिसमें विज्ञापन, परीक्षा, नियुक्ति की तारीखें दर्ज हों और इसका उल्लंघन होने पर सख्त कार्रवाई की जाए।

◾️भर्तियों के साथ आरक्षण में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सामाजिक न्याय पर्यवेक्षक नियुक्त हों।

◾️युवाओं का भरोसा बहाल करने के लिए सभी परीक्षाओं के फॉर्म नि:शुल्क किए जाएं।

◾️परीक्षा देने के लिए युवाओं को फ्री बस और ट्रेन मुहैया कराई जाए।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस मसले पर योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा। उन्होंने भी पेपर लीक मामले पर अभ्यर्थियों का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। कांग्रेस-सपा में सीट बंटवारे के बाद ये पहला मौका है जब दोनों दलों के नेता एक साथ बीजेपी पर हमलावर हैं। 

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