फ‍िर बिगड़ेगा मौसम: इन राज्यों में बारिश के साथ गिरेंगे ओले, जानें अपने राज्य का हाल

देश में अचानक से मौसम ने करवट बदल ली है सबको लग रहा था कि ठंड गई लेकिन बहुत जगह बारिश होने की वजह से अब हाल बदल गए है।

Update:2020-03-12 10:57 IST

नई दिल्ली: देश में अचानक से मौसम ने करवट बदल ली है सबको लग रहा था कि ठंड गई लेकिन बहुत जगह बारिश होने की वजह से अब हाल बदल गए है। इतना ही नहीं उत्तर भारत में तो बहुत सी जगह पर बारिश और बर्फबारी दोनों हुई है। वहीं दूसरी तरफ पूर्वी भारत में झारखंड की बात करे तो यहां तेज हवाहों के साथ झमाझम बारिश से ठंड लौटने के असार समझ आ रहे हैं। गुरुवार को आधी रात से ही कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है।

बारिश की वजह से हल्की कनकनी भी बढ़ी है। राजधानी रांची के साथ-साथ रामगढ़, हजारीबाग, कोडरमा, जमशेदपुर, खूंटी और धनबाद समेत कई इलाकों में जमकर बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक रांची में आज और कल बारिश के ही ओले गिरने की चेतावनी दी गई है।

ये भी पढ़ें:सिंधिया का राणा कपूर से है ये कनेक्शन, जान कर चौंक जाएंगे आप

इससे पहले मंगलवार को राज्य में शुरू हुई बूंदा-बांदी ने बुधवार को तेजी पकड़ी। बहुत से जिलों में हल्की तो कुछ जिलों में जोरदार बारिश हुई। बुधवार को रांची में 10.2 मिमी बारिश हुई। जमशेदपुर और पलामू में भी अच्छी बारिश हुई। गुरुवार को भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा और तो और एक दो जगह बारिश के साथ ओलावृष्टि होने का अंदाजा लगाया जा रहा है। मौसम विभाग के निदेशक डॉ एसडी कोटाल ने कहा है कि 16 से मौसम पूरी तरह साफ हो जाएगा।

आज व कल होगी बारिश, 16 से मौसम रहेगा साफ

मंगलवार शाम से ही राज्य के कई हिस्सों में बूंदा-बांदी जारी है। बुधवार को भी राज्य में मौसम की ये स्थिति बनी रही। लगभग सभी जिलों में कहीं हल्के दर्जे की तो कहीं बूंदा-बांदी हुई। तो वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक अगले पांच दिन यानी 15 मार्च तक यही हाल रहेगा। मौसम विभाग के निदेशक डॉ एसडी कोटाल ने कहा है कि 15 मार्च की शाम से ही बादल छंटने शुरू हो जाएंगे और 16 से मौसम पूरी तरह साफ हो जाएगा।

फसलों को नुकसान

बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीर उकेर दी है। किसानों का मानना है कि ये बारिश केवल और केवल नुकसान ही देगा। अत्यधिक बारिश से रबी फसल के साथ आम, लीची जैसे बागवानी फसल के साथ-साथ महुआ व चिरौंजी जैसे वनोत्पाद फसल के भी नुकसान पहुंचने की संभावना है। जिन किसानों ने रबी फसलकर काटकर खलिहानों में रखा है, उन्हें भी नुकसान हुआ है।

ये भी पढ़ें:शादी के बाद भी पत्नियों पर रखें निगरानी, सर्वे रिपोर्ट ने यहां पुरुषों की बढ़ा दी है परेशानी

सिमडेगा के कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ. शंकर कुमार ने कहा कि इस बारिश से फसलों को नुकसान ही नुकसान है। ज्यादा बारिश होने की वजह से फसलों में लगे फूल व मंजर झड़ जाएंगे या कमजोर हो जाएंगे। जिसका असर उत्पादन पर पड़ेगा। इस मौसम में फसलों के लिए कम-से-कम 28-30 डिग्री तापमान चाहिए, जो अभी नहीं है।

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News