Rajasthan IAS-IPS Fighting Case: आईपीएस, आईएएस ने की होटल में मारपीट, पुलिसवाले देखते रहे, अब किये गए सस्पेंड
Rajasthan IAS-IPS Fighting Case: इस मामले में होटल मालिक की ओर से तहरीर दी गई है। आरोप है कि रेस्तरां में हंगामे के दौरान अफसर नशे में थे और हॉकी स्टिक तथा डंडे लिए हुए थे। मारपीट 12 जून की रात करीब दो बजे हुई।
Rajasthan News: अजमेर में एक होटल के स्टाफ के साथ मारपीट की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद राजस्थान सरकार हर ने एक आईपीएस और एक आईएएस अफसर को सस्पेंड कर दिया है। इनके अलावा पांच पुलिसवाले भी सस्पेंड किये गए हैं जो उस घटना के वक्त मौजूद थे।
क्या है मामला
अपनी शिकायत पर होटल मकराना के कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि आईएएस अधिकारी गिरधर और आईपीएस अधिकारी सुशील कुमार विश्नोई नशे की हालत में आधी रात को होटल पहुंचे और होटल के कर्मचारियों को उन्हें खाना परोसने के लिए मजबूर किया।
आईएएस अधिकारी गिरधर अजमेर विकास प्राधिकरण आयुक्त हैं जबकि बिश्नोई पहले अजमेर में एएसपी था लेकिन उसका ट्रांसफर गंगानगर में बतौर ओएसडी हो गया था। इसी ट्रांसफर की पार्टी के बाद ये लोग होटल में पहुंचे थे। होटल मकराना राज अजमेर हाईवे पर स्थित है। इस मामले में होटल मालिक की ओर से तहरीर दी गई है। आरोप है कि रेस्तरां में हंगामे के दौरान अफसर नशे में थे और हॉकी स्टिक तथा डंडे लिए हुए थे। मारपीट 12 जून की रात करीब दो बजे हुई।
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आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के साथ ही गेगल थाने के एएसआई रूपाराम, टोंक जिले के सिपाही गौतम, मुकेश यादव, कांस्टेबल मुकेश जाट और तहसील टोंक के कनिष्ठ सहायक हनुमान प्रसाद को भी निलंबित कर दिया गया है।
दोनों अफसरों ने कर्मचारियों को कमरों में घुसाकर डंडों से पीटा
होटल मालिक महेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि सुशील बिश्नोई अपने साथियों के साथ निजी वाहन से होटल आया और होटल के बाहर बैठे एक कर्मचारी से पूछा कि वह वहां क्यों बैठा है। जवाब में कर्मचारी ने कहा, 'मैं होटल स्टाफ से हूं और हम सोने जा रहे हैं।' इसके बाद आईपीएस अधिकारी ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। बाद में आईपीएस अधिकारी के साथ गए अधिकारियों ने होटल के कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी और फिर भाग गए। होटल स्टाफ ने तुरंत पुलिस में इत्तला दी जिसके बाद पुलिसवाले उन्हीं अफसरों के साथ होटल में आये और कर्मचारियों को धमकाने लगे। इसके बाद उन दोनों अफसरों ने कर्मचारियों को कमरों में घुसकर डंडों से पीटा। पुलिसवाले खड़े देखते रहे।
घटना के बारे में बताते हुए होटल के कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि दोनों लोग कौन थे। मकराना राज होटल और रेस्तरां के मालिक नारायण सिंह ने कहा, "हम दोषियों पर कड़ी कार्रवाई चाहते हैं।
होटल मालिक सहित राजपूत समुदाय ने आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ को एक ज्ञापन सौंपा है, जिन्होंने सीएम अशोक गहलोत और अजमेर रेंज के आईजी को घटना की जानकारी दी. इसके बाद कार्मिक विभाग ने कार्रवाई करते हुए सभी अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
इस बीच इस मामले में पुलिस विभाग की ओर से भी कार्रवाई की गई है और मामले की जांच एडीजी विजिलेंस को सौंपी गई है। डीजीपी उमेश मिश्रा के निर्देश पर एडीजी विजिलेंस बीजू जॉर्ज जोसेफ को मामले की जांच सौंपी गई है। माना जा रहा है कि एडीजी द्वारा जांच पूरी होने के बाद और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जा सकती है।