Monu Manesar: राजस्थान पुलिस को मिली मोनू मानेसर की ट्रांजिट रिमांड, नासिर-जुनैत हत्याकांड में होगी पूछताछ
Monu Manesar: नूंह पुलिस ने गोसंरक्षक मोनू मानेसर को गुरुग्राम पुलिस की सहायता से गुरुग्राम के मानेसर स्थित सेक्टर-1 से भड़काऊ वीडियो और पोस्ट डालने के आरोप में मंगलवार को दोपहर दो ढाई बजे गिरफ्तार कर नूंह अदालत में पेश किया।
Monu Manesar: हिन्दूवादी कार्यकर्ता और गौरक्षक मोनू मानेसर को नासिर-जुनैद के हत्या के आरोप में पुलिस नें गुरुग्राम के मानेसर सेक्टर-1 से हिरासत में ले लिया। इसके बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। राजस्थान पुलिस नें कोर्ट से मोनू मानेसर की ट्रांजिट रिमांड मांगी थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया।
नूंह पुलिस ने गोसंरक्षक मोनू मानेसर को गुरुग्राम पुलिस की सहायता से गुरुग्राम के मानेसर स्थित सेक्टर-1 से भड़काऊ वीडियो और पोस्ट डालने के आरोप में मंगलवार को दोपहर दो ढाई बजे गिरफ्तार कर नूंह अदालत में पेश किया। कोर्ट नें उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में गुरुग्राम की भोंडसी जेल भेज दिया। आरोपी को हिरासत में लेने के बाद नूंह के साइबर क्राइम थाने में 31 जुलाई को हिंसा के पहले विवादित वीडियो डालने और मैसेज पोस्ट करने के आरोप में मंगलवार को एफआईआर दर्ज की।
राजस्थान पुलिस को कोर्ट ने दिए ये निर्देश
मोनू मानेसर पर शस्त्र अधिनियम की धारा भी लगाई गई है। उसे जब कोर्ट में पेश किया गया तो उस समय राजस्थान की डीह जिला की पुलिस भी मौजूद थी। पुलिस ने मोनू को जुनैद-नासिर हत्याकांड में आरोपित बता अदालत से ट्रांजिट रिमांड मांगी की। लेकिन आवेदन में कमी होने के चलते कोर्ट ने आवश्यक कागजात पूरे करने के निर्देश देते हुए अगले दिन पेश होने के लिए कहा। कागजात में सुधार कर जब राजस्थान पुलिस ने दोबारा आवेदन किया तो कोर्ट नें ट्रांजिट रिमांड का आवेदन स्वीकार कर लिया।
विश्व हिंदू परिषद द्वारा 31 जुलाई को नूंह को आयोजित जलाभिषेक यात्रा के दौरान हुई हिंसा में भी मोनू मानेसर का नाम सामने आया था। बताया गया कि मोनू मानेसर एक वीडियो जारी कर यात्रा में शामिल होने की बात की थी। वीडियो में भड़काऊ शब्दों का भी स्तेमाल किया था, जिसके बाद हिंसा भड़की।