Rajasthan: सीकर के खाटूश्यामजी मेले में भगदड़, तीन महिलाओं की मौत और कई श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल

Rajasthan News: राजस्थान के सीकर जिले में सोमवार को सुबह दिल दहलाने वाला हादसा हुआ। सीकर के प्रसिद्ध खाटूश्यामजी के मासिक के मेले में भक्तों की भारी भीड़ होने के कारण भगदड़ मच गई जिसके कारण तीन महिला भक्तों की मौके पर ही कुचलकर मौत हो गई।;

Report :  Anshuman Tiwari
Update:2022-08-08 08:36 IST

राजस्थान के सीकर स्थित खाटूश्यामजी मन्दिर (फोटों : सोशल मीडिया)

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Rajasthan News: राजस्थान के सीकर जिले में सोमवार को सुबह दिल दहलाने वाला हादसा हुआ। सीकर के प्रसिद्ध खाटूश्यामजी के मासिक मेले में भक्तों की भारी भीड़ होने के कारण भगदड़ मच गई जिसके कारण तीन महिला भक्तों की कुचलकर मौत हो गई। इस हादसे में कई लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। मंदिर परिसर में पुलिस कर्मियों ने सुरक्षा गार्डों की मदद से भीड़ का दबाव कम करने की कोशिश की। हादसे में घायल होने वालों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

प्रवेश द्वार खोले जाने के बाद हादसा

हादसे के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह मंदिर में भक्तों का अपार हुजूम उमड़ा हुआ था। सुबह करीब पांच बजे मंदिर का प्रवेश द्वार खोले जाने के बाद अपार भीड़ के होने के कारण भगदड़ मच गई जिसमें तीन महिला भक्तों की मौके पर ही मौत हो गई। कोरोना लॉकडाउन के समय यह मंदिर भक्तों के लिए पूरी तरह बंद था मगर अब मंदिर के खुलने के बाद भक्तों की अपार भीड़ उमड़ रही है। मंदिर का क्षेत्रफल काफी कम है और माना जा रहा है कि इसी कारण भगदड़ मच गई।

घटना की जांच पड़ताल शुरू 

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हादसे का शिकार हुई एक महिला की पहचान कर ली गई है जबकि दो अन्य महिलाओं के संबंध में जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। खाटूश्यामजी थाने की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई है और पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर यह भगदड़ कैसे मची। 

मंदिर परिसर में मोर्चा संभाल

मंदिर कमेटी से जुड़े हुए सुरक्षा गार्डों ने मंदिर परिसर में मोर्चा संभाल लिया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार मंदिर का एरिया कम होने के कारण भक्तों की भीड़ का दबाव भगदड़ के रूप में सामने आया। मंदिर परिसर में पहले भी छिटपुट हादसे होते रहे हैं मगर अभी तक कभी इस गंभीर समस्या को सुलझाने की कोशिश नहीं की गई। हादसे का शिकार होने वाले भक्तों के परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि हादसे में घायल होने वाले लोगों के इलाज की व्यवस्था की गई है।

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