Rajnath Singh's visit to Egypt: 19 सितंबर से रहेंगे दो दिन की आधिकारिक यात्रा पर

Rajnath Singh's visit to Egypt: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 19-20 सितंबर, 2022 को मिस्र की यात्रा करेंगे। यात्रा के दौरान, वह रक्षा उत्पादन मंत्री, रक्षा मंत्रालय के साथ वार्ता करेंगे

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Update: 2022-09-17 04:55 GMT

rajnath singh (Social Media)

Rajnath Singh's visit to Egypt: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 19-20 सितंबर, 2022 को मिस्र की आधिकारिक यात्रा करेंगे। यात्रा के दौरान, वह रक्षा और रक्षा उत्पादन मंत्री, जनरल मोहम्मद जकी व रक्षा मंत्रालय के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। रक्षा मंत्री का यह दौरा बहुत ही खास है और दोनों देशों के रक्षा हितों के लिए महत्वपूर्ण है। आपको बता दें कि हाल ही में मिस्र ने भारत के साथ राजनयिक संबंधों की 7वीं वर्षगांठ पर एक डाकटिकट जारी किया था।

आपको ये जानकर हैरत होगी कि मिस्र के साथ भारत के राजनयिक संबंध देश की आजादी से जुड़े हुए हैं। इससे पहले भारत के मिश्र के साथ कोई रिश्ते नहीं थे लेकिन देश को आजादी मिलने के तत्काल बाद जब मिस्र ने भारत को मान्यता दी। उसके बाद मिस्र के साथ रिश्तों में प्रगाढ़ता आती चली गई। 1950 तक दोनों देश काफी करीब आ गए और एक दूसरे के हितों को समझने और साझा करने लगे जिसके बाद 1955 में दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक मैत्री संधि हुई।

वर्तमान में तीन बिलियन डालर से अधिक के निवेश के साथ मिस्र भारत के सबसे बड़े निवेश स्थलों में से एक है। मिस्र में भारत की 50 से अधिक कंपनियां काम कर रही हैं जो करीब 40 हजार नौकरियां पैदा कर रही हैं। ये कंपनियां कृषि, रसायन, कपड़े, ऊर्जा, मोटर वाहन और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के दौरे के संबंध में बात करें तो हाल के दशकों में मिस्र के साथ रक्षा सहयोग काफी बढ़ा है। आपको ये जानकर भी हैरत होगी कि भारतीय वायु सेना मिस्र के पायलटों को प्रशिक्षित करती है। दोनों देशों ने संयुक्त रूप से हेलन 300 जेट फाइटर प्लेन का निर्माण किया था।

2006 में भारत मिस्र रक्षा समिति का गठन किया गया। तब से अबतक दोनों की रक्षा समिति की छह बैठकें हो चुकी हैं। जिसमें रक्षा संबंधों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। राजनाथ सिंह के दौरे के बाद दोनों देशों के बीच रक्षा के नये युग का आरंभ होने की संभावना है। भारतीय नौसेना के जहाज और भारतीय वायु सेना के विमान भी संयुक्त प्रशिक्षण के लिए मिस्र जाते रहते हैं। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास एक्सरसाइज डेजर्ट वॉरियर का आयोजन भी किया जाता है। यह अभ्यास भारतीय वायु सेना और मिस्र की वायु सेना के बीच आपसी समझ और विश्वास बढ़ाने के लिए किया जाता है।

Tags:    

Similar News