Rajya Sabha Poll: हरियाणा कांग्रेस में क्रॉस वोटिंग की आशंका गहराई, पार्टी ने विधायकों को छत्तीसगढ़ शिफ्ट किया

हरियाणा के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के विधायकों को एकजुट रखने की कवायद में जुट गई है। हरियाणा के कांग्रेस विधायकों को आज चुनावी रणनीति पर चर्चा के लिए दिल्ली तलब किया गया था और बैठक के बाद पार्टी के विधायकों को छत्तीसगढ़ शिफ्ट किया गया

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2022-06-02 17:03 IST

कांग्रेस। (Social Media)

Rajya Sabha Election 2022: हरियाणा के राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha) में कांग्रेस पार्टी के विधायकों को एकजुट रखने की कवायद में जुट गई है। हरियाणा के कांग्रेस विधायकों को आज चुनावी रणनीति पर चर्चा के लिए दिल्ली तलब किया गया था और बैठक के बाद पार्टी के विधायकों को छत्तीसगढ़ शिफ्ट किया गया है। कांग्रेस नेतृत्व का मानना है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार होने से पार्टी के विधायक पूरी तरह महफूज रहेंगे और विधायकों में तोड़फोड़ की कोशिशें नाकाम हो जाएंगी।

हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों पर हो रहे चुनाव में कांग्रेस में पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय माकन (Congress Senior leader Ajay Maken) को चुनाव मैदान में उतारा है मगर निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा (Independent Kartikeya Sharma) के नामांकन के बाद पार्टी में क्रॉस वोटिंग का बड़ा खतरा पैदा हो गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप बिश्नोई (Congress Senior leader Kuldeep Bishnoi) समेत कुछ विधायक नाराज बताए जा रहे हैं और उनकी नाराजगी पार्टी के लिए चिंता का बड़ा कारण बन गई है। इसीलिए विधायकों को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर शिफ्ट करने का फैसला किया गया है।

एकजुटता का दावा मगर भेजा छत्तीसगढ़ 

हरियाणा के कांग्रेस विधायकों को आज पांच जोड़ी कपड़ों के साथ दिल्ली तलब किया गया था। इससे साफ है कि पार्टी नेतृत्व की ओर से पहले ही विधायकों को कई दिनों तक रोकने का फैसला लिया जा चुका था। दिल्ली में हुई संक्षिप्त बैठक के बाद पार्टी के सभी विधायकों को निजी विमानों से रायपुर शिफ्ट किया गया। 

हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी विवेक बंसल (Haryana Congress in-charge Vivek Bansal) ने बताया कि पार्टी के सभी विधायक सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा (MP Deepender Singh Hooda) के आवास पर पहुंचे। हुड्डा के आवास पर बैठक में पार्टी विधायकों को चुनावी रणनीति के संबंध में जानकारी दी गई। उन्होंने पार्टी के सभी विधायकों की एकजुटता का दावा किया। उन्होंने कहा कि पार्टी का कोई भी विधायक टूटने वाला नहीं है। हालांकि उनके पास इस सवाल का कोई जवाब नहीं था कि जब पार्टी को क्रॉस वोटिंग का डर नहीं है तो विधायकों को छत्तीसगढ़ क्यों शिफ्ट किया जा रहा है। 

कांग्रेस की नजर में रायपुर सुरक्षित जगह

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एक रिसॉर्ट में कांग्रेस विधायकों के रुकने की व्यवस्था की गई है। कांग्रेसी नेतृत्व की नजर में रायपुर पार्टी विधायकों के लिए काफी सुरक्षित जगह है क्योंकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है। भूपेश बघेल के राज्य का मुख्यमंत्री होने के कारण कांग्रेस नेतृत्व छत्तीसगढ़ को लेकर काफी निश्चिंत है।

वैसे अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि कांग्रेस के कितने विधायकों को रायपुर भेजा गया है। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से उठाए गए इस कदम से साफ हो गया है कि उसे विधायकों में टूट-फूट का डर सता रहा है। 2016 के राज्यसभा चुनाव में भी हरियाणा में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा था। निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा ने कांग्रेस प्रत्याशी आरके आनंद को चुनाव हराकर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया था।

कांग्रेस नेतृत्व इसलिए परेशान

हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन (Former Union Minister Ajay Maken) को अपना प्रत्याशी बनाया है। दूसरी ओर भाजपा ने कृष्णपाल पंवार को चुनाव मैदान में उतारा है। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में कार्तिकेय शर्मा के नामांकन में कांग्रेस की चिंताएं बढ़ा दी हैं। दुष्यंत चौटाला ने अपनी पार्टी भाजपा के 10 विधायकों का समर्थन कार्तिकेय शर्मा को देने की घोषणा की है। भाजपा के पास भी 10 अतिरिक्त वोट बच रहे हैं जिनका कार्तिकेय शर्मा को मिलना तय माना जा रहा है। कार्तिकेय शर्मा को निर्दलीयों और गोपाल कांडा का भी समर्थन हासिल है। 

हालांकि इसके बावजूद कार्तिकेय शर्मा के पास अभी तक 28 मतों की व्यवस्था होती दिख रही है। जीत हासिल करने के लिए 31 मतों की जरूरत है। ऐसे में यदि कांग्रेस के नाराज विधायकों ने कार्तिकेय को समर्थन दे दिया तो अजय माकन की राह मुश्किल हो जाएगी। इसी कारण कांग्रेस नेतृत्व की चिंताएं बढ़ गई हैं। 

कांग्रेस में सेंधमारी की कोशिश

कार्तिकेय शर्मा (Independent Kartikeya Sharma) राज्य के पूर्व मंत्री विनोद शर्मा (Former Minister Vinod Sharma) के बेटे हैं और विनोद शर्मा के कांग्रेस के कई विधायकों के साथ नजदीकी रिश्ते हैं। पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा कार्तिकेय के ससुर हैं और वे भी कांग्रेस में सेंधमारी की कोशिश में जुटे हुए हैं। यही कारण है कि कांग्रेस नेतृत्व ने पार्टी विधायकों को हरियाणा से छत्तीसगढ़ शिफ्ट करने का फैसला किया है। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा समेत अन्य नेताओं की ओर से एकजुटता का दावा जरूर किया जा रहा है मगर कांग्रेस नेतृत्व क्रॉस वोटिंग की आशंका से डरा हुआ है।

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