राज्यसभा में गरजीं जया बच्चन, कहा- मैला ढोने की कुप्रथा पर क्यों चुप है देश

सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 5 सालों में सीवर की सफाई करते समय 340 कर्मचारियों की मौतें हुई हैं।

Update: 2021-03-23 09:36 GMT
राज्यसभा में गरजीं जया बच्चन, कहा- मैला ढोने की कुप्रथा पर क्यों चुप है देश

नई दिल्ली: सीवर में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों का मुद्दा आज राज्यसभा तक पहुंच चुकी है। बता दें कि आज राज्यसभा में समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने सीवर के सफाई कर्मचारियों और हाथ से कचरा उठाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की।

सीवर कर्मचारियों के लिए बोलीं जया बच्चन

समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने राज्यसभा में कहा, "हम प्रगति की बात कर रहे हैं, हम चांद और मंगल और हर जगह जाने की बात कर रहे हैं और हम उनको सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते। यह देश के लिए और हम सभी के लिए शर्मिंदगी की बात है।"

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मैनुअल मैला ढोने वालों की बनी आवाज

राज्यसभा में सपा सांसद जया बच्चन ने कहा, "यह अफ़सोस की बात है कि आज भी हम मौत और मैनुअल स्कैवेंजर्स के बारे में बात कर रहे हैं। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि हम अभी तक उन्हें सुरक्षात्मक गियर्स प्रदान क्यों नहीं कर पाए हैं और हमने मैनुअल मैला ढोने वालों के साथ ऐसा क्यों नहीं किया है ?" जया बच्चन ने आगे कहा, "सरकार को इस मामले में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। रेलवे में इसी प्रकार की समस्या है। रेल मंत्रालय को इस पर ध्यान देना चाहिए।"

जानें कहां हुई सबसे ज्यादा मौतें

बता दें कि देश में सीवर के कर्मचारियों की मौतें अधिकतर सफाई करने के दौरान होती है। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 5 सालों में सीवर की सफाई करते हुए 340 कर्मचारियों की मौतें हो चुकी है। मंत्रालय ने बताया, “सीवर की सफाई करने वाले कर्मचारियों की मौतें सबसे अधिक उत्तर प्रदेश से सामने आई है। यहां सीवर की सफाई करते हुए 52 लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा तमिलनाडु में 43, गुजरात में 31, हरियाणा में 31, महाराष्ट्र में 34 और दिल्ली में 36 हुए है।

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