शुरू होगा राम मंदिर निर्माण, ट्रस्ट को मिला अधिग्रहीत भूमि का मालिकाना हक
अयोध्या में विवादित भूमि के साथ राम जन्मभूमि अधिग्रहीत परिसर के मालिकाना हक का दस्तावेज श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंप दिया गया है। राम जन्मभूमि विवादित परिसर के रिसीवर रहे मंडलायुक्त ने ट्रस्ट को यह दस्तावेज सौंपा।
अयोध्या: अयोध्या में विवादित भूमि के साथ राम जन्मभूमि अधिग्रहीत परिसर के मालिकाना हक का दस्तावेज श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंप दिया गया है। राम जन्मभूमि विवादित परिसर के रिसीवर रहे मंडलायुक्त ने ट्रस्ट को यह दस्तावेज सौंपा। इसे मंदिर निर्माण की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा की सरकार के आदेश पर मंडलायुक्त ने ट्रस्ट को यह दस्तावेज सोते हैं। उन्होंने कहा कि अब विवादित भूमि के साथ ही अधिग्रहीत परिसर की 67 एकड़ भूमि पर ट्रस्ट का मालिकाना हक हो गया है।
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लॉकडाउन से नहीं शुरू हो पा रहा मंदिर निर्माण
ट्रस्ट से जुड़े सूत्रों ने बताया कि देश में कोरोना संकट के कारण अभी स्थितियां सामान्य नहीं है। कोरोना संकट के कारण घोषित लॉकडाउन के कारण मंदिर निर्माण का कार्य अभी तक शुरू नहीं किया जा सका है, लेकिन स्थितियां सामान्य होते ही मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। सूत्रों ने बताया कि मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होने के समय ट्रस्ट के तमाम पदाधिकारी अयोध्या में मौजूद रहेंगे। देश में लॉकडाउन के कारण तमाम बंदिशें लागू हैं। ऐसी स्थिति में दूरदराज से ट्रस्ट के पदाधिकारियों का अयोध्या आना संभव नहीं हो पाएगा। इस कारण मंदिर निर्माण का कार्य अभी शुरू नहीं हो पा रहा है।
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हालात सामान्य होने का इंतजार
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने भी कहा कि हालात सामान्य होने का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और उससे किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता। लेकिन जैसे ही हालात सामान्य होते हैं, मंदिर निर्माण की दिशा में कदम उठाया जाएगा।
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पूरी जिम्मेदारी अब ट्रस्ट के हाथों में
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर काफी दिनों से चल रहा विवाद पिछले साल 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद समाप्त हो गया था। गत 5 फरवरी को राम जन्मभूमि परिसर का चार्ज ट्रस्ट को सौंप दिया गया था। इसके बाद यहां की पूरी जिम्मेदारी ट्रस्ट के ही हाथों में है। ट्रस्ट ने टेंट में विराजमान भगवान श्री रामलला को परिसर में ही एक अस्थायी बुलेटप्रूफ मंदिर में विराजमान करा दिया है। सादगी पूर्ण तरीके से किए गए इस आयोजन में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। अब देश में स्थितियां सामान्य होने और लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार किया जा रहा है जिसके बाद मंदिर निर्माण की दिशा में तेजी से काम शुरू होगा।