Ram Nath Kovind Farewell: राष्ट्रपति का विदाई समारोह, कोविंद बोले सेवा करने का मौका देने के लिए देश का आभारी
Ram Nath Kovind Farewell: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विदाई समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज आप सबसे मैं जब विदाई ले रहा हूं तो मेरे हृदय में अनेक पुरानी स्मृतियां उमड़ रही हैं।
Ram Nath Kovind Farewell: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल कल यानी 24 जुलाई को पूरा हो रहा है। इसी को लेकर आज संसद भवन के सेंट्रल हॉल में उनका विदाई समारोह आयोजित किया गया। समारोह में उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला समेत कई केंद्रीय मंत्री और दोनों सदनों के सांसद मौजूद रहे। राष्ट्रपति के सेंट्रल हॉल पहंचते ही पीएम मोदी, उपराष्ट्रपति नायडू और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्हें विदाई पत्र और स्मृति चिह्न भेंट किया गया।
राष्ट्रपति कोविंद का संबोधन
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विदाई समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज आप सबसे मैं जब विदाई ले रहा हूं तो मेरे हृदय में अनेक पुरानी स्मृतियां उमड़ रही हैं। इसी परिसर में जिसे सेंट्रल हॉल के नाम से जाना जाता है, सालों तक न जाने कितने सांसदों के साथ यादगार पल बिताए हैं। मुझे इस बात का संतोष है कि मैंने अपनी पूरी क्षमता से कर्तव्यों का निर्वहन किया। देश की सेवा करने का जो मौका मिला उसके लिए सदा ही देशवासियों का आभारी रहूंगा। कोविंद ने कहा कि पार्टियों को दलगत और परिवारवादी राजनीति से ऊपर उठकर काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अंबेडकर के सपनों का भारत बन रहा है।
राष्ट्रपति ने विपक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि यदि आप सरकार की किसी नीति से असहमत हैं तो संविधान में आपको विरोध प्रकट करने का अधिकार है। महात्मा गांधी ने विरोध प्रकट करने के लिए देश को अहिंसा का मार्ग दिखाया है। हमें उनके विचारों और सीख को याद रखने की जरूरत है। कोविंद ने पीएम मोदी और उनके मंत्रिमंडल को भी सम्मान देने के लिए धन्यवाद कहा। अपना संबोधन खत्म करने से पहले उन्होंने नवर्निवाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी।
बता दें कि 25 जुलाई को द्रौपदी मुर्मू देश की नई राष्ट्रपति का कार्यभार संभालेंगी। वह देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। प्रतिभा पाटिल देश की पहली महिला राष्ट्रपति भी थीं।