तहखाने से! जब आसाराम को सजा हुई, तो उनके लोग मीडिया को देशद्रोही बताने लगे
लखनऊ: सोमवार को रेपिस्ट बाबा गुरमीत राम रहीम को 10 वर्ष की सजा सुना दी गई है। समर्थकों ने दो तीन दिन पहले से ही बाबा के लिए माहौल बनाने का प्रयास किया, और हॉस्टल की कुछ लड़कियों का वीडियो बना उसे सोशल प्लेटफार्म पर वायरल किया गया। इसमें लड़कियां बाबा के समर्थन में अच्छी-अच्छी बातें बता रहीं हैं, अभीतक न देखा हो तो देख लीजिए।
इस वीडियो के लिए हम Viral Shit के आभारी हैं।
इससे पहले इनकी तरह के ही एक और रेपिस्ट आसाराम बापू के समर्थकों ने उसके जेल जाने के बाद मीडिया पर ही कई संगीन आरोप लगा, उसे बदनाम करने की गंदी कोशिश की थी। लेकिन उसका कुछ असर न होना था और न ही हुआ। आसाराम अभी भी यौन उत्पीड़न के मामले में जेल की हवा खा रहे है। आज भी आपको अपने आसपास बहुत से अंध भगत मिल जाएंगे जो आसाराम को साजिशन फसाने की बात दावे के साथ आप से कहेंगे। ठीक वैसे ही जैसे राम रहीम के समर्थक कर रहे हैं, कुछ वर्ष पहले राम रहीम अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को ड्रग माफिया की कारस्तानी बता भी चुके हैं।
ये भी देखें:राम रहीम इफेक्ट: आसाराम मामले की पीड़िता की बढ़ी सुरक्षा, संदिग्धों पर पैनी नजर
आज जिस तरह राम रहीम को परम देशभक्त बताया जा रहा है, ठीक वैसे ही उस समय आसाराम के समर्थक भी कर रहे थे। लखनऊ में 22 सितंबर 2013 की सुबह सभी समाचार पत्रों के साथ हर घर में एक पम्पलेट पहुंचा जिसमें बताया गया कि आसाराम महान देश भक्त है, और उनके अभियान से विदेशी कंपनियों को लाखों करोड़ का नुकसान हुआ। जिसके बाद वो कम्पनियाँ एक जुट हो गयी और देश की मीडिया और बाबा के खिलाफ साजिश रचने वालों को 1 हजार करोड़ का पैकेज दिया है। इसमें देश के कई बड़े न्यूज़ चैंनल पर भी गंभीर आरोप लगाये गए।
ये भी देखें: अभी #RamRahim की जगदीप सिंह से दो मुलाकात बाकी हैं, बाबा तो गयो!
पम्पलेट में कहा गया कि आसाराम सिगरेट, शराब व गुटखा एवं कोल्ड ड्रिंक के सख्त विरोधी हैं। उनके 6 करोड़ साधकों में से 2 करोड़ पुरुष साधक प्रतिदिन 200 रुपये इन व्यसनों पर खर्च नहीं करते हैं। जिससे रोज का 400 करोड़ तथा सालाना 1 लाख 45 हजार करोड़ का बिजनेस घाटा विदेशी कंपनियों को हो रहा है। विदेशी कंपनियों ने मीडिया और षड्यंत्कारियों को बापू आसाराम को बदनाम करने के लिए 1 हजार करोड़ का पैकेज दिया है। ऐसा सूत्रों से पता चला है। जो संत एक साल में 1 लाख 45 हजार करोड़ का नुकसान इन विदेशी कंपनियों को पहुंचा सकते हैं, तो 40 वर्षों में कितना नुकसान अकेले बापू से इनको पहुंचा होगा। ये आकड़ें खरबों तक पहुँचते हैं। उसके आगे तो 1 हजार करोड़ तो बहुत छोटी रकम है।
ये भी देखें:OH NO : बच्चे के जन्म के बाद ऐसा फोटोशूट करवाना चाहती हैं किम कर्दशियां
इस पम्पलेट में आसाराम को निर्दोष साबित करने के लिए कुछ तथ्य दर्शाए गए थे। जो इस प्रकार हैं :-
ये भी देखें: क्या आप जानते हैं! कौन हैं राम रहीम को दोषी ठहराने वाले जज जगदीप सिंह
21 अगस्त 13 -सफ़ेद झूठ : लड़की के साथ बलात्कार हुआ है।
-लड़की है शाहजहापुर(उ प्र) की, उसने घटना बतायी जोधपुर (राजस्थान) की और एफआईआर दर्ज कराई दिल्ली में। ऐसा क्यों ?
- लड़की के साथ बलात्कार हुआ है। ऐसी ख़बरें मीडिया ने लगातार 6 दिन तक चलाई। जबकि लड़की के बयान व पुलिस एफआईआर में बलात्कार का उल्लेख नहीं है। ऐसी झूठी खबर चलाई क्यों गई ? इसका क्या कारण हो सकता है ?
26 अगस्त - पुलिस ने अपना बयान बदला क्यों ?
दिनांक 26 अगस्त को दोपहर 1 बजे जोधपुर पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि बलात्कार का आरोप नहीं है। इसलिए 376 कलम लागू नहीं होगी। परंतु करीब 6 घंटे बाद 376 कलम हटाने से पुलिस पलट गयी। ऐसा क्यों ?
30 अगस्त - सहेली का स्टेटमेंट छिपाया गया क्यों ?
जिस लड़की ने एफआईआर लिखवाई थी, उसकी सहेली ने मीडिया को बताया कि वह लड़की अपने माता पिता के प्रेशर में ऐसा कर रही है। बापू ने उसके साथ कुछ भी नहीं किया। देश भर के मीडिया ने यह बात पुरे देश से छिपाई क्यों ?
- सफ़ेद झूठ : बापू के अहमदाबाद व कुछ अन्य आश्रम सील कर दिए गए हैं।
ये भी देखें: क्या आपने पढ़ी साध्वी की वो चिट्ठी, जिसके बाद राम रहीम पर कसा शिकंजा
इस पम्पलेट में दावा किया गया, कि अहमदाबाद आश्रम व अन्य सभी आश्रमों में पहले की तरह भक्तों का आना जाना चालू है। कोई भी आश्रम सील नहीं हुआ। सील की सारी खबर झूठे बकवास के सिवाय कुछ नहीं है।
ये भी देखें: रंगीले बाबाओं के बुरे दिन! राम रहीम के बाद आसाराम को कोर्ट से झटका
इस पम्पलेट में अपील कि गयी की A TO Z न्यूज़, सुदर्शन न्यूज़, सहारा समय न्यूज़, P 7 न्यूज़, website :www.ashram.org तथा facebook एवं twitter पर आप वास्तविक सच्चाई देख सकते हैं। सरकार व षड्यंत्रकारी इन न्यूज़ चैनलों के प्रसारण को बढ़ावा नहीं दे रही है क्यों ?
इसके साथ ही एक अपील थी, कि जो चैनल झूठी ख़बरों को बढ़ा चढ़ाकर फैलाते हैं व सत्य को छुपाते हैं ऐसे देशद्रोही, समाज को गुमराह करने वाले चैनलों को देखना आज ही बंद कर दें।
4 सितम्बर - पुलिस ने गवाह बनाने के लिए किया शिव को थर्ड डिग्री टार्चर
अचानक एक खबर चल पड़ी कि पुलिस को इस केस के बारे में पूछताछ के दौरान शिव के पास से सबूत व एक सीडी मिली है। पर मीडिया के सामने शिव ने इस बारे में सारी हकीकत कह डाली 'बापू कभी किसी लड़की से एकांत में नहीं मिलते।' मेरे पास ऐसा कोई सबूत नहीं है।
हालाकिं मेरे साथ पुलिस कि जबरदस्त कि जा रही थी। पुलिस ने मेरी चोटी उखाड़ दी , मेरे पास पेपर भी लाये कि तुम्हारे पास सीडी है यह हस्ताक्षर करके दो। परन्तु मेरे पास कोई सीडी नहीं है।''
6 सितम्बर - सीडी मिलने की खबर झूठी - जोधपुर पुलिस डीसीपी अजय लांबा
पत्रकार : क्या आपने कोई सीडी बरामद की है ?
लांबा : ये गलत बात है कि अहमदाबाद से कोई सीडी बरामद हुई है ये तथ्यहीन बात है।
पत्रकार : सर ! क्या कोई मूवी या वीडियो क्लिप शिव के पास से मिली है ?
लांबा : ये तथ्यहीन बातें हैं।
इस पम्पलेट में आरोप लगाया गया है कि ''डीसीपी अजय लांबा व शिव के बयान को प्रसारित नहीं किया गया क्यों ?
किसी भी प्रकार कि सीडी न मिलने पर डीसीपी अजय लांबा व शिव के बयान को 1 -2 चैनलों ने थोडा दिखाया बाकी चैनलों ने क्यों नहीं दिखाया ? और कुछ चैनल तो सीडी मिलने कि झूठी कहानियां बनाकर अभी भी समाज को गुमराह कर रहे हैं।
भूखे -प्यासे निर्दोष भक्तों पर बरसायीं लाठियां, माताओं बहनों से की बदसलूकी।
बापू पर लगाये गए झूठे आरोपों का विरोध जताने हेतु जंतर मंतर दिल्ली में हजारों भाई बहने माताएं भूखे प्याए रहकर धरना दे रहे थे। इन भक्तों पर पुलिस ने बर्बरता से लाठी चार्ज किया और माताओं बहनों के साथ अभद्रता का व्यवहार किया। देश में अनेक स्थानों पर इस प्रकार की वारदातें हुई। परंतु मीडिया का कैमरा भक्तों पर हो रहे अत्याचार की ओर क्यों नहीं घूमा ?
ये भी देखें :फैमिली को छिपाकर रखता है रेपिस्ट बाबा राम रहीम, सामने आईं कुछ ही तस्वीरें
इस पम्पलेट में जो सबसे बड़ा आरोप लगा था देश के कई नामचीन निजी न्यूज़ चैनलों पर। कहा गया कि इनमें चर्च का पैसा लगा है।
एनडीटीवी के बारे में दावा किया गया कि इसे स्पेन स्थित गास्पेल्स ऑफ़ चैरिटी से आर्थिक सहायता प्राप्त होती है| यह भारत का एकमात्र चैनल है जो अधिकृत रूप से पकिस्तान में दिखाया जाता है।
सीएनएन, आईबीएन7 (वर्तमान में न्यूज़ 18 इंडिया), सीएनबीसी के बारे में कहा गया कि ये साउदर्न बैपिटिस्ट चर्च द्वारा 100% आर्थिक सहयोग प्राप्त है। यह चर्च प्रतिवर्ष अपने चैनल के विस्तार के लिए 800 मिलियन डालर खर्च करता है। भारत में इसके प्रमुख राजदीप सरदेसाई हैं (उस दौर में सरदेसाई प्रमुख थे)।
आजतक, डिया टुडे, तेज़ न्यूज़, हेडलाइन टुडे के बारे में कहा गया कि इस समूह के सभी चैनल और पत्रिका के मुख्य संपादक एमजे अकबर हैं जो कांग्रेस विधायक भी रहे हैं(अकबर वर्तमान में बीजेपी सदस्य हैं)|
स्टार टीवी ग्रुप के बार में कहा गया कि एक आस्ट्रेलियाई व्यक्ति इसका संचालन करता है। जिसे मेलबोर्न स्थित सेंत पीटर्स पोंतिफिकल चर्च द्वारा आर्थिक सहायता प्राप्त होती है।
ये भी देखें: ए मोदी जी! सवाल तो बनता है, आपके मंत्री पुत्र अभी भी फंसे हैं लालू मोह में ?
द टाइम्स ऑफ़ इंडिया, मिड डे, नवभारत टाइम्स, स्टार डस्ट, फेमिना, विजय टाइम्स, विजय कर्णाटक, टाइम्स नाउ, हिन्दुस्तान टाइम्स पत्र के बार एमें कहा गया था कि बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड द्वारा संचालती 80 %आर्थिक सहायता वर्ल्ड क्रिश्चिन काउन्सिल द्वारा, बची हुई 20 % एक अंग्रेज तथा इतालवी राबर्तियो मिन्दो द्वारा दी जाती है जो सोनिया गाँधी का करीबी रिश्तेदार है।
उस समय बंटे इस पप्म्लेट में कहीं भी कोई भी पता नहीं दिया हुआ था, और न ही इसे छापने वाली प्रिंटिंग प्रेस का ही नाम था।
�