इस गुमनाम चिट्ठी ने राम रहीम का खोला था काला चिट्ठा, पत्रकार की कर दी गई थी हत्या
पत्रकार राम चंद्र छत्रपति ने ही राम रहीम का सच पूरी दुनिया के सामने सबसे पहले लाया था। उन्होंने सिरसा में हुए दो साध्वियों के साथ हुए रेप की खबर को अपने अखबार 'पूरा सच' में छापा था। इस खबर के प्रकाशित होने के बाद राम रहीम के लोग पत्रकार राम चंद्र छत्रपति को आए दिन धमकियां देते थे।
नई दिल्ली: रेप केस में जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पत्रकार की हत्या के मामले में सीबीआई की अदालत ने दोषी करार दिया है। राम रहीम को कोर्ट 17 जनवरी को सजा सुनाई जाएगी।
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इस अखबार में पत्रकार ने छापी थी चिट्ठी
बता दें पत्रकार राम चंद्र छत्रपति ने ही राम रहीम का सच पूरी दुनिया के सामने सबसे पहले लाया था। उन्होंने सिरसा में हुए दो साध्वियों के साथ हुए रेप की खबर को अपने अखबार 'पूरा सच' में छापा था। इस खबर के प्रकाशित होने के बाद राम रहीम के लोग पत्रकार राम चंद्र छत्रपति को आए दिन धमकियां देते थे। इसके बावजूद पत्रकार राम चंद्र छत्रपति निर्भीक होकर राम रहीम के खिलाफ लिखते थे।
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पत्रकार की गोली मारकर कर दी गई थी हत्या
इसके बाद अक्टूबर 24, 2002 को पत्रकार छत्रपति पर घर के बाहर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया और गोली मारकर उनकी हत्या कर दी है। पिता की हत्या के बाद उनका बेटा अंशुल न्याय के लिए जगह-जगह भटकता रहा, लेकिन आखिरकार आज इस मामले में कोर्ट फैसला सुनाने जा रहा है। पिता की हत्या के बाद बेटा अंशुल न्याय के लिए जगह-जगह भटकता रहा, लेकिन आखिरकार आज इस मामले में कोर्ट ने राम रहीम को दोषी दहरा दिया है।
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बता दें कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चिट्ठी पर संज्ञान लेने के बाद दिसंबर 12, 2002 को सीबीआई की चंडीगढ़ यूनिट ने इस मामले में धारा 376, 506 और 509 के तहत केस दर्ज किया था और जांच शुरू की थी। फिर इस मामले में राम रहीम को जेल भी हुई।