छलका सीएम नीतीश का दर्द, बिहार को बदनाम करने की कोशिश की गई

Update: 2017-05-29 13:59 GMT

पटना : बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने यहां सोमवार को कहा कि मानसिक, वैचारिक और सामाजिक परिवर्तन से बड़ी कोई चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार राजनीतिक परिवर्तन का केंद्र रहा है, परंतु यहां सामाजिक आंदोलनों की कमी रही है। राज्य सत्ता की बदौलत सामाजिक आंदोलनों की शुरुआत की गई है। मुख्यमंत्री ने पटना में महावीर वात्सल्य अस्पताल के 11वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार सरकार ने सामाजिक परिवर्तन के तहत नारी सशक्तिकरण, शराबबंदी, नशामुक्ति, बेटी रक्षक रथ आदि की शुरुआत की है।

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उन्होंने पूर्व भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी और महावीर ट्रस्ट के प्रमुख आचार्य किशोर कुणाल की तारीफ करते हुए कहा, "महावीर मंदिर में आ रहे चढ़ावे के हिस्से से महावीर कैंसर अस्पताल, महावीर वात्सल्य अस्पताल तथा कंकड़बाग में भी एक अस्पताल की स्थापना की गई है। इतना अच्छा काम मंदिर के दान से हुआ है। मंदिर में लोगों द्वारा दिए जा रहे चढ़ावे का सदुपयोग किया गया है।"

उन्होंने कहा, "महावीर कैंसर संस्थान का बहुत महत्व है। महावीर कैंसर संस्थान की स्थापना के पूर्व बिहार के कैंसर पीड़ितों को इलाज के लिए बिहार से बाहर जाना पड़ता था। संस्थान के स्थापना के बाद बाहर जाने वाले मरीजों की संख्या में कमी आई है।"

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने यहां लगाए गए स्वास्थ्य मेले का भी उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने शराबबंदी की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार में शराबबंदी जैसा सामाजिक सुधार हुआ है। बहुत से लोग इसे अपनी 'लिबर्टी' से जोड़कर देखते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि शराबबंदी का बहुत अच्छा प्रभाव समाज पर पड़ा है।

चूहे द्वारा शराब पिए जाने की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "बिहार को बदनाम करने की कोशिश की गई। हमने पकड़ी गई शराब को सार्वजनिक रूप से नष्ट करने का निर्देश दिया। जब्त शराब के सैंपल रखने तथा उसकी जानकारी न्यायालय को देने के लिए कहा गया है। जब्त नौ लाख लीटर शराब को नष्ट किया जा चुका है। हम किसी को छोड़ने वाले नहीं है। हम कोई काम करते हैं तो पूरी दृढ़ता के साथ करते हैं।"

उन्होंने कहा कि बिहार में दहेज प्रथा और बाल विवाह के विरुद्ध भी सशक्त अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाल विवाह से स्वास्थ्य की कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं। मां और बच्चे कुपोषण के शिकार होते हैं। उनका विकास अच्छी तरह नहीं हो पाता है।

इस कार्यक्रम में महावीर वात्सल्य अस्पताल की ओर से आचार्य किशोर कुणाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिह्न भेंट किया।

इस मौके पर न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद, न्यायमूर्ति उदय सिन्हा, आचार्य किशोर कुणाल, विधान पार्षद रणवीर नंदन, यूनिसेफ के असर्दुरहमान, रामबालक महतो, प्रधान सचिव स्वास्थ्य आऱ क़े महाजन, डॉ़ एल़ बी़ सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं चिकित्सक उपस्थित थे।

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