हमें और गरीब बना रही हैं रोड एक्सीडेंट की घटनाएं: विश्व बैंक की रिपोर्ट में खुलासा

विश्व बैंक की रिपोर्ट पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर प्रभावी योजना बनाकर इस पर काम करें।

Update: 2021-02-15 12:47 GMT
चार राज्यों में किया गया सर्वे ये बताता है कि देश में दुर्घटना से ग्रसित 75 फ़ीसदी लोगों के घरों में आर्थिक तंगी आ जाती है और उसका असर जीवन भर रहता है।

नई दिल्ली: विश्व बैंक का कहना है कि भारत के 75 फीसदी से अधिक गरीब परिवारों की आमदनी में कमी का कारण सड़क दुर्घटना है।

इस तरह की सड़क दुर्घटनाओं के कारण गरीब परिवार को सात महीने से भी अधिक समय तक आय का नुकसान उठाना पड़ता है।

वहीं, यदि दुर्घटना किसी अमीर व्यक्ति के साथ हो, उनके परिवार के लिए आमदनी में नुकसान एक महीने की आय से भी कम होता है। इसका खुलासा विश्व बैंक की नई रिपोर्ट में हुआ है।

विश्व बैंक की हाल में जारी रिपोर्ट 'ट्रैफिक क्रैश इंजरी एंड डिसेबिलिटी: दि बर्डन ऑन इंडियन सोसाइटी' में देश में होने वाली दुर्घटनाओं और उसके पड़ने वाले प्रभाव पर विस्तार से जानकारियां दी गई हैं।

इस रिपोर्ट की मानें तो देश में होने वाली सड़क दुर्घटनाएं हमें और गरीब बना रही हैं। सिर्फ गरीब ही नहीं बल्कि यह दुर्घटनाएं हमारे देश के एक बड़े तबके को मानसिक रोगी भी बना रही हैं। यदि समय रहते सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाया गया तो स्थितियां और विकराल होती चली जाएंगी।

हमें और गरीब बना रही हैं रोड एक्सीडेंट की घटनाएं: विश्व बैंक की रिपोर्ट में खुलासा (फोटो:सोशल मीडिया)

टूलकिट पर बड़ा खुलासा: ऐसे तैयार की गई साजिश, जानिए क्या था पूरा प्लान

इन चार राज्यों में किया गया सर्वे

यह सर्वे उत्तर प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में जुटाए गए आंकड़ों पर तैयार किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक इन चार राज्यों में सर्वे में ये बात पता चली है कि जिस परिवार में दुर्घटना हुई, उसके पूरे परिवार की आर्थिक स्थिति और भी ज्यादा खराब हो गई।

चारों राज्यों में किए गए सर्वे में ये बात निकलकर सामने आई है कि सड़क दुर्घटना में अपनी जान गंवाने के बाद या किसी तरीके से अपंग होने के बाद सबसे ज्यादा असर गांवों में रहने वाले परिवारों पर पड़ा है।

अध्ययन में ये भी पता चला 56 फीसदी लोग जो गांव से ताल्लुक रखते हैं उनकी पूरी जिंदगी बद से बदतर हो गई। घर में कमाने वाले के न रहने या दिव्यांग होने के चलते उसके घर का पूरा भार महिलाओं के कंधों पर ही आ जाता है।

हमें और गरीब बना रही हैं रोड एक्सीडेंट की घटनाएं: विश्व बैंक की रिपोर्ट में खुलासा (फोटो:सोशल मीडिया)

ट्रेन में नया स्लीपर कोच: बिना हाथ लगाए खुलेगें गेट, टॉयलेट रूम की झिकझिक खत्म

दुर्घटना से ग्रसित 75 फ़ीसदी लोगों के घरों में आर्थिक तंगी

चार राज्यों में किया गया सर्वे ये बताता है कि देश में दुर्घटना से ग्रसित 75 फ़ीसदी लोगों के घरों में आर्थिक तंगी आ जाती है और उसका असर जीवन भर रहता है।

वहीं विश्व बैंक की रिपोर्ट पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर प्रभावी योजना बनाकर इस पर काम करें ताकि लोगों के परिवार को उजड़ने से बचाया जा सके।

खूंखार चीनी सुपर सोल्‍जर: भारत की सीमा पर हुए तैनात, हाई अलर्ट पर सेना

दोस्तों देश दुनिया की और को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News