Sainik School: सैनिक स्कूल में कैसे मिलता है एडमिशन, कब निकलते हैं फार्म? जानिए पूरी प्रक्रिया डिटेल में
Sainik School: ऐसे में यदि आप भी सैनिक स्कूल में अपने बच्चे का एडमिशन कराने की सोच रहे तो आपको सबसे पहले ये जानकारी होनी चाहिए कि आखिर सैनिक स्कूल में एडमिशन मिलता कैसे है?
Sainik School: माता-पिता अपने बच्चों को देश के अच्छे से अच्छे स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं, लेकिन यह स्कूलों की महंगी फीस के कारण संभव नहीं हो पाता है। हालांकि ऐसे माता-पिता के पास एक विकल्प रहता है, जहां अगर वह अपने बच्चों को दाखिला करवा दें तो उनके बच्चों को भी उन टॉप स्कूल्स जैसी सुख सुविधाएं और शिक्षा मिलेगी, जो महंगे स्कूलों में मिलती है। यह विकल्प है देश के सैनिक स्कूल। देश के सैनिक स्कूलों में इस तरह की शिक्षा, अनुशासन और ट्रेनिंग दी जाती है, कि वहां से पढ़कर निकलने के बाद बच्चा जीवन में सफल हो ही जाता है।
ऐसे में यदि आप भी सैनिक स्कूल में अपने बच्चे का एडमिशन कराने की सोच रहे तो आपको सबसे पहले ये जानकारी होनी चाहिए कि आखिर सैनिक स्कूल में एडमिशन मिलता कैसे है? बता दें कि सैनिक स्कूल आप अपने बच्चे का एडमिशन कक्षा 6 और कक्षा 9 में करवा सकते हैं। कक्षा 6 में एडमिशन के लिए आपके बच्चे की उम्र 10 साल से 12 साल के बीच में होनी चाहिए। वहीं, कक्षा 9 में एडमिशन के लिए बच्चे की उम्र 13 साल से 15 साल के बीच होनी चाहिए। इस स्कूल में एडमिशन के लिए हर साल फार्म निकलता है। जिसे भरने के बाद बच्चे को एक एंट्रेंस एग्जाम देना होगा। उसे पास करे बाद ही सैनिक स्कूल मं एडमिशन मिल सकेगा।
सैनिक स्कूल में कब निकलते हैं फार्म
जानकारी के मुताबिक इस साल 2023 में सैनिक स्कूल के फार्म 7 दिसंबर से 11 दिसंबर तक आनलाइन भरे जाएंगे। अगर आप अपने बच्चों को भी सैनिक स्कूलों में पढ़ाना चाह रहें हैं तो इ तारीखों के बीच में अपने बच्चे का फार्म जरुर भर दें। सबसे बड़ी बात ये है कि फार्म भरते समय सावधानी बरतें कि कि कहीं कोई गल्ती ना हो जाए।
एंट्रेंस और मेडिकल क्लियर होने के बाद मिलता है दाखिला
कक्षा छठी और 9वीं में दाखिले के लिए ऑल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम (AISSEE) एंट्रेंस से परीक्षा ली जाती है। यह एंट्रेंस एग्जाम नेशन टेस्टिंग एजेंसी के द्वारा लिया जाता है। परीक्षा जनवरी महीने में करवाई जाती है। प्रवेश परीक्षा को अच्छे अंको से पास करना होगा। लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद मेडिकल टेस्ट होता है। मेडिकल क्लियर होने के बाद सैनिक स्कूल में दाखिला के लिए चयन होता है।