किसान मोर्चा ने टिकैत के बयान से किया किनारा, 'दिल्ली कूच करने की कही थी बात'

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन आज भी जारी है।  शुक्रवार को किसान आंदोलन 93वें दिन में प्रवेश कर गया है।

Update: 2021-02-26 07:52 GMT
बड़ी तादाद में किसान बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसान संगठन के नेताओं का कहना है कि जब तक सरकार किसानों की मांगें पूरी नहीं करेगी। वे अपने घर लौटकर नहीं जाएंगे।

नई दिल्ली: किसान नेता राकेश टिकैत को तगड़ा झटका है। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान नेता राकेश टिकैत के बयान, जिसमें 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली कूच करने की बात कही गई थी। उसे उनकी निजी राय बताते उससे पल्ला झाड़ लिया है।

मोर्चा के सदस्य जगजीत सिंह दल्लेवाला ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा का फिलहाल दिल्ली कूच का कोई कार्यक्रम नहीं है और न ही इसकी कोई तैयारी की जा रही है। मोर्चा की आगामी बैठक में यह तय होगा कि अगले 15 दिनों के क्या कार्यक्रम रहेंगे।

वहीं अखिल भारतीय स्वामीनाथन कमेटी संघर्ष समिति के प्रमुख विकल्प आचार्य ने कहा कि फसलों में आग लगाना, उन्हें तबाह करना या आत्महत्या करना आंदोलन का कोई तरीका नहीं है।

फसलें हमारे बच्चों की तरह है। कोई भी व्यक्ति ऐसा न करें। फसलें तबाह करना किसी का निजी बयान हो सकता है, यह संयुक्त मोर्चा का फैसला नहीं है।

निहंग सिख बोले: नई पार्टी बनाएंगे, देश के अगले PM और राष्ट्रपति दोनों होंगे किसान

किसान मोर्चा ने टिकैत के बयान से किया किनारा, 'दिल्ली कूच करने की कही थी बात'(फोटो:सोशल मीडिया)

93वें दिन भी जारी है किसान आंदोलन

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन आज भी जारी है। शुक्रवार को किसान आंदोलन 93वें दिन में प्रवेश कर गया है।

बड़ी तादाद में किसान बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसान संगठन के नेताओं का कहना है कि जब तक सरकार किसानों की मांगें पूरी नहीं करेगी। वे अपने घर लौटकर नहीं जाएंगे।

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किसान मोर्चा ने टिकैत के बयान से किया किनारा, 'दिल्ली कूच करने की कही थी बात'(फोटो:सोशल मीडिया)

निहंग सिख बोले: अपनी पार्टी बनाएंगे

इस बीच सिंघु बॉर्डर से एक वीडियो जारी हुआ है, जिसमें निहंग सिख नेता बाबा राज सिंह कहते नजर आ रहे हैं कि अब उन्हें देश की किसी भी पार्टी पर भरोसा नहीं है,

इसलिए एक नई पार्टी बनाई जाएगी। इसमें सभी किसान मजदूर शामिल होंगे। अगला प्रधानमंत्री किसान होगा और राष्ट्रपति मजदूर।

बता दें कि निहंग से अभिप्राय है ऐसे सिख से है जो पूर्ण रूप से दसम गुरु के आदेशों के लिए हर समय तत्पर रहते हैं और प्रेरणाओं से ओतप्रोत होते हैं। यह दसम गुरु के काल में यह सिख गुरु साहिबानों के प्रबल प्रहरी होते थे।

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