पुणे विवि में भी शाकाहार vs मांसाहार, गोल्ड मेडल के लिए सर्कुलर जारी
शाकाहार और मांसाहार की जंग अब पुणे के सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय (एसपीपीयू) में शुरु हो गई। एक सर्कुलर ने इस विवाद को जन्म दिया। विवि ने इसके जरिये अपने फरमान में कहा
पुणे: शाकाहार और मांसाहार की जंग अब पुणे के सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय (एसपीपीयू) में शुरु हो गई। एक सर्कुलर ने इस विवाद को जन्म दिया। विवि ने इसके जरिये अपने फरमान में कहा कि गोल्ड मेडल तो उन्ही छात्रों को मिलेगा जो शाकाहारी होगें और नशे से भी दूर रहेंगे। विवि विद्यालयों के जरिए देश में इन दिनों शाकाहार और मांसाहार पर जंग जारी है। विवि के इस नए फरमान को लेकर राजनीतिक दलों और छ़ात्र संगठनों का विरोध प्रदर्शन सड़कों पर आ गया है।
एनसीपी की नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने ट्वीट करके कहा 'पुणे यूनिवर्सिटी का फैसला निराशाजनक और चौंकाने वाला है। अपने राज्य की शिक्षा पर गर्व है, हमारी यूनिवर्सिटीज को क्या हो गया है, कृपया खाने की जगह शिक्षा पर ध्यान दें।कांग्रेस नेता विश्वजीत कदम ने कहा कि यह एक एजुकेशन डिग्री है न कि छात्रों के खाने-पीने की आदतों के आधार पर दिया जाने वाला कोई पुरस्कार है।
ट्रस्ट देता है गोल्ड मेडल
गोल्ड मेडल योगमूर्ति राष्ट्रीय कीर्तनकर रामचंद्र गोपाल शेलर और त्यागमूर्ति श्रीमती सरस्वती रामचंद्र शेलर के नाम पर एक ट्रस्ट द्द्वारा 2006 से छात्रों दिया जाता रहा है।