हरियाणा मेयर चुनाव में भाजपा-जजपा गठबंधन को झटका, जानिए अन्य दलों का हाल
धारूहेड़ा नगर पालिका में निर्दलीय प्रत्याशी कंवर सिंह ने एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी संदीप बोहरा को 632 वोटों से पराजित किया। कंवर सिंह को यहां 3048 तथा संदीप बोहरा को 2416 वोट मिले
चंडीगढ़: किसान आंदोलन के बीच हरियाणा स्थानीय निकाय चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी-जेजेपी गठबंधन कुछ खास नहीं कर पाई है। 27 दिसंबर को सोनीपत, पंचकूला और अंबाला नगर निगम में मेयर पद के लिए मतदान हुआ था। जिसके नतीजे आ चुके हैं।
पंचकूला में कड़ी टक्कर के बीच अंतिम समय में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा और बीजेपी ने जीत दर्ज की। वहीं अंबाला के मतदाताओं ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों को को बुरी तरह से नकार दिया।
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सोनीपत में कांग्रेस ने दर्ज की जीत
बात करें सोनीपत की तो यहां पर बीजेपी की रणनीति फेल हो गई और यहां कांग्रेस ने जीत दर्ज की। वहीं रेवाड़ी नगर परिषद में बीजेपी अपना अध्यक्ष बनाने में तो कामयाब हो गई, लेकिन सांपला, धारूहेड़ा और उकलाना के मतदाताओं ने सभी राजनीतिक दलों को खारिज करते हुए निर्दलियों के हाथ में निगम की कमान सौंप दी।
बता दें कि बीते 27 दिसंबर को पंचकूला, अंबाला तथा सोनीपत नगर निगमों के अलावा रेवाड़ी नगर परिषद, सांपला, धारूहेड़ा और उकलाना नगर पालिका में आम चुनाव के लिए मतदान हुआ था। प्रदेश में कुल सात लाख 78 हजार 917 मतदाताओं में से चार लाख 65 हजार 734 वोटर्स ने अपने वोट का इस्तेमाल किया।
अंबाला में जनचेतना पार्टी का होगा मेयर
पूर्व मंत्री विनोद शर्मा की अगुवाई वाली हरियाणा जनचेतना पार्टी अंबाला नगर निगम में अपना मेयर बनाने में सफल रही। यहां पर बात करे उम्मीदवारों को मिले वोट की तो हरियाणा जनचेतना पार्टी की प्रत्याशी और विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी शर्मा को 37 हजार 604, बीजेपी की वंदना शर्मा को 29 हजार 520, हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट की अमीषा चावला को 16 हजार 421 तथा कांग्रेस की मीना अग्रवाल को 13 हजार 797 मत प्राप्त हुए हैं।
वहीं अंबाला निगम में सत्तारूढ़ बीजेपी दूसरे तो कांग्रेस चौथे पायदान पर है। बीजेपी ने यहां पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को प्रभारी बनाया था।
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पंचकूला में बीजेपी तो सोनीपत में कांग्रेस जीती
पंचकूला नगर निगम में बीजेपी और जेजेपी गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी कुलभूषण गोयल और कांग्रेस प्रत्याशी उपेंद्र कौर आहलूवालिया के बीच कांटे की टक्कर रही।
बीजेपी प्रत्याशी कुलभूषण गोयल को 49 हजार 860 और कांग्रेस प्रत्याशी उपेंद्र कौर को 47 हजार 803 वोट मिले।
यहां बीजेपी प्रत्याशी को 2057 वोट से विजयी घोषित किया गया। सोनीपत निगम चुनाव में कांग्रेस के निखिल मदान को 72 हजार 118 तो बीजेपी के ललित बतरा को 58 हजार 300 वोट मिले। कांग्रेस प्रत्याशी ने बीजेपी प्रत्याशी को 13 हजार 818 वोट से पराजित किया।
रेवाड़ी में खिला कमल
उधर धारूहेड़ा नगर पालिका में निर्दलीय प्रत्याशी कंवर सिंह ने एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी संदीप बोहरा को 632 वोटों से पराजित किया। कंवर सिंह को यहां 3048 तथा संदीप बोहरा को 2416 वोट मिले। रेवाड़ी नगर परिषद में चुनाव की कमान संभाल रहे बीजेपी के पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा की रणनीति काम आई।
बीजेपी प्रत्याशी पूनम यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी उपमा यादव को 2087 वोटों से पराजित किया। यहां पूनम यादव को 25 हजार 965, निर्दलीय उपमा यादव को 23 हजार 878 तथा कांग्रेस की विक्रम यादव को 15 हजार 271 मत मिले हैं।
निर्दलीय भी जीते
निर्दलीय भी बड़ी संख्या में इस बार जीतकर आये हैं। उकलाना में निर्दलीय प्रत्याशी सुशील साहूवाला को 2993 तो जेजेपी प्रत्याशी महेंद्र सोनी को 2574 वोट मिले।
यहां निर्दलीय ने जेजेपी प्रत्याशी को 419 वोट से पराजित किया। वहीं सांपला नगर पालिका की स्थिति भी कुछ ऐसी ही रही। यहां कांग्रेस समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी पूजा को छह हजार 668 तो बीजेपी प्रत्याशी सोनू को 2462 वोट मिले।
निर्दलीय प्रत्याशी पूजा ने बीजेपी प्रत्याशी सोनू को 4206 वोटों से पराजित किया। कांग्रेस ने उकलाना नगर पालिका चुनाव में एंट्री नहीं की थी। बीजेपी की जगह जेजेपी ने यहां पालिका प्रधान के लिए अपना प्रत्याशी उतारा था, जिसे हार का सामना करना पड़ा।
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