Severe Heat Wave: बड़ी जानलेवा है ये गर्मी, रोजाना लील रही जिंदगियां, खुद को ऐसे बचाएं
Severe Heat Wave: लू से मौत होने पर सरकार चार लाख रुपए का मुआवजा देती है, बचाव के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सार्वजनिक स्थानों व मुख्य मार्गों पर प्याऊ लगवाए हैं।
Severe Heat Wave: उत्तर प्रदेश में इन दिनों चर्चा सिर्फ लोकसभा चुनाव और भीषण गर्मी की है। चार जून को चुनावी नतीजे आते ही हारे हुए नेताओं की 'गर्मी' तो शांत हो जाएगी लेकिन तापमान का पारा गिरने का नाम नहीं ले रहा है। झांसी और कानपुर सहित कई जिलों में पारा 50 के करीब है तो राजधानी लखनऊ के लोग लू के थपेड़ों से सहमे हैं। रात 12 बजे तक गर्म हवाएं झुलसाती हैं। घरों व कारों में लगे ज्यादातर एसी अपने हाथ खड़े कर चुके हैं। अधिक मांग के चलते बिजली-व्यवस्था भी धराशायी हो गई है। बिलबिलाए लोग बिजली उपकेंद्रों पर हंगामा कर रहे हैं। हालांकि, मौसम वैज्ञानिकों का दावा है कि राज्य के कई इलाकों में जल्द ही बारिश के आसार बन रहे हैं जिसके बाद गर्मी से थोड़े समय के लिए गर्मी से राहत मिल सकती है।
गर्मी की वजह से यूपी में मौतों का सिलसिला जारी है, इस मौसम की सबसे ज्यादा गाज मतदान व सुरक्षाकर्मियों पर गिर रही है। गर्मी की वजह से प्रदेश के करीब 200 लोग काल के गाल में समा चुके हैं, इनमें से 19 लोग तो मतदान व सुरक्षाकर्मी हैं। शुक्रवार को सिर्फ मिर्जापुर में ही आठ होमगार्ड और एक सुरक्षाकर्मी की मौत हुई है। वहीं, गर्मी की वजह से अब तक हजारों लोग बीमार हो चुके हैं। बात करें लखनऊ की तो यहां हर दिन 100 से ज्यादा लोग बीमार हो रहे हैं। इनमें बुखार व दस्त के पीड़ितों की संख्या ज्यादा है। खासकर बच्चों व बुजुर्गों का बुरा हाल है। चिकित्सकों की सलाह है कि संभव हो तो धूप न निकलें लेकिन अगर निकलना जरूरी है तो छाता, गमछा व हेलमेट का प्रयोग जरूर करें। पानी की बोतल भी साथ में रखें और थोड़ी-थोड़ी देर में उसे पीते रहें।
मुख्यमंत्री का निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि भीषण गर्मी और लू की वजह से आमजन, पशुधन व वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर पुख्ता प्रबंध किये जाएं। साथ ही राहत आयुक्त कार्यालय से पूर्वानुमान के आधार पर दैनिक बुलेटिन जारी करने को कहा है। इस दौरान उन्होंने अनावश्यक बिजली कटौती रोकने के भी निर्देश देने के साथ ही अधिकारियों से जनता की समस्याओं के तुरंत समाधान के निर्देश भी दिये हैं। इस दौरान उन्होंने सार्वजनिक स्थानों व मुख्य मार्गों पर पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त करने के भी निर्देश दिये हैं। इसके अलावा राहत आयुक्त विभाग ने भी लू व गर्मी के प्रकोप से लोगों को बचाने के लिए एडवाइजरी जारी की है।
लू से मौत होने पर चार लाख की आर्थिक मदद
उत्तर प्रदेश में लू से मौत होने पर राज्य सरकार पीड़ित परिवार को आपदा मोचक निधि से चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता दे रही है। इसके लिए है कि मृतक का पोस्टमार्टम कराया जाये। साथ ही मृतक के परिजनों को लू से मौत की जानकारी लेखपाल, तहसीलदार, व एसडीएम को भी देनी होगी। लू से मौत की सूचना मिलते ही राजस्व विभाग मृतक का पोस्टमार्टम कराएगा और इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजेगा। डीएम की रिपोर्ट के आधार पर ही मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। लेकिन, अगर चुनावी ड्यूटी के दौरान किसी की मौत होती है तो भारत निर्वाचन आयोग के नियमों के मुताबिक मृतक के परिजनों को 15 लाख रुपए का मुआवजा दिये जाने का प्रावधान है।
लू के लक्षण
- शरीर का तापमान बढ़ना
- सिरदर्द, चक्कर आना और थकान
- त्वचा का लाल होना और त्वचा में सूखापन
- अत्यधिक प्यास लगना और बार-बार पेशाब आना
- पैरों और पेट में दर्दनाक ऐंठन
- मतली, उल्टी और पेट में दर्द
- गंभीर मामलों में रोगी बेहोश भी हो सकता है।
लू से बचने के लिए क्या करें?
- हल्का भोजन करें वहीं, तले व भुने खाने से दूर रहें
- खाली पेट घर से बाहर न निकलें।
- हल्के एवं फुल आस्तीन के कपड़े पहनें
- धूप में घूमने से बचें
- अधिक मात्रा में पानी पिएं
- नींब व बेल का जूस खूब पियें
- आराम न मिले तो तुरंत चिकित्सकों से संपर्क करें