Karnataka Sex Scandal : सेक्स स्कैंडल के मुख्य आरोपी प्रज्वल रेवन्ना बोले, न्यायपालिका पर भरोसा, 31 मई को SIT के सामने रहूंगा

Written By :  Rajnish Verma
Update:2024-05-27 16:40 IST

Karnataka Sex Scandal : कर्नाटक सेक्स स्कैंडल में फंसे हासन लोकसभा सीट से सांसद एवं लोकसभा प्रत्याशी प्रज्वल रेवन्ना काफी दिनों के फरार चल रहे थे। इस मामले के सामने आने के बाद वह विदेश भाग गया था। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा चिट्ठी के बाद उनके पौत्र प्रज्वल रेवन्ना ने इस मामले में अपना बयान दिया है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है, मैं 31 मई को सुबह 10 बजे SIT के सामने रहूंगा। मेरे खिलाफ साजिश हुई है,  मुझे झूठे मामले में फंसा दिया गया है।

पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पौत्र प्रज्वल रेवन्ना ने कहा कि उनकी विदेश यात्रा पूर्व नियोजित थे, वह अपनी यात्रा पर थे तभी उन्हें आरोपों के बारे में पता चला। उन्होंने कहा कि 26 अप्रैल को जब चुनाव हुए तक उनके खिलाफ कोई माममला नहीं था, कोई एसआईटी नहीं बनाई गई थी। मुझे फंसाया गया है, मेरी खिलाफ साजिश रची गई है। उन्होंने कहा कि वह 31 मई को एसआईटी के सामने पेश होंगे, और हर जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर भरोसा है।  

पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने लिखी थी चिट्ठी

बता दें कि बीते दिनों पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने अपने पौत्र एवं हासन लोकसभा से सांसद प्रज्वल रेवन्ना को तुरंत विदेश से लौटने के लिए कहा था। उन्होंने अपनी चिट्ठी में चेतावनी देते हुए कहा था, रेवन्ना आप जहां कहीं भी हो आ जाओ और सरेंडर करो। प्रज्वल रेवन्ना पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी के बेटे हैं। कुमारस्वामी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद एचडी देवेगौड़ा ने पत्र लिखा था।

पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने भी प्रज्वल से अनुरोध किया था कि अगर आपके मन में मेरे और एचडी देवगौड़ा के लिए सम्मान है तो 24 से 48 घंटों के भीतर सरेंडर कर दें। पूर्व पीएम ने कहा था कि अगर प्रज्वल कानून के अनुसार दोषी पाया जाता है तो उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।

क्या है मामला

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पुत्र एचडी कुमारस्वामी और पौत्र प्रज्वल रेवन्ना पर उनके घर में काम करने वाली महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। इसके कुछ वीडियो भी वायरल हुए थे, जिसमें कथित तौर पर प्रज्वल रेवन्ना दिखाई दे रहे थे। इसके बाद बवाल को बढ़ता देख कर्नाटक सरकार ने एक एसआईटी गठित कर जांच करने का निर्देश दिया था। एसआइटी ने प्रज्वल को तलब किया था, लेकिन वह पेश नहीं हो रहे थे।

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