Madhya Pradesh New CM: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की रेस में शिवराज सिंह चौहान और प्रहलाद पटेल का नाम सबसे आगे
Madhya Pradesh New CM: मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनावों में भाजपा को स्पष्ट बहुमत तो मिला ही है साथ ही उनकी शानदार जीत हुई है। इस जीत के साथ ही अब मुख्यमंत्री पद की दौड़ में दो नाम सबसे आगे बताए जा रहे हैं। एक नाम शिवराज सिंह का तो दूसरा प्रहलाद पटेल का। अब देखना यह होगा की क्या शिवराज फिर सीएम बनेंगे या प्रहलाद पटेल को राज्य की कमान सौंपी जाएगी।
Madhya Pradesh New CM: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में भाजपा को शानदार जीत मिली है। इस जीत के साथ ही अब यहां सवाल उठ रहे हैं कि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार का चेहरा कौन होगा? इस समय मुख्यमंत्री पद के लिए दो नाम चर्चा में सबसे आगे चल रहे हैं। एक शिवराज सिंह चौहान का और दूसरा प्रहलाद पटेल का। ये दोनों नेता ओबीसी से आते हैं। इन दोनों की मध्य प्रदेश की राजनीति में मजबूत पकड़ है। शिवराज सिंह काफी समय से प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं।
यहां सवाल यह भी उठ रहे हैं कि क्या मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कुर्सी सुरक्षित रहेगी या उनकी जगह किसी और को मौका दिया जाएगा। नरसिंहपुर में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। ऐसे में इनका नाम भी मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में हैं।
एग्जिट पोल्स के बाद से ही मेल-मुलाकातों का दौर शुरू हो गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। रविवार को नतीजों के आने के बाद भी ज्योतिरादित्य सिंधिया सक्रिय हुए और सीधे मुख्यमंत्री निवास पहुंचे। वहां उन्होंने शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। वहीं, वरिष्ठ नेताओं की मेल-मुलाकातों का दौर भी शुरू हो गया है।
सबसे प्रबल दावेदार हैं शिवराज सिंह
विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अकेले ही फ्रंटफुट पर जमकर बैटिंग की है। उन्होंने 160 से ज्यादा रैलियां की हैं। इन रैलियों के जरिए वे पार्टी पर दावेदारी को लेकर दबाव भी बनाते दिखे हैं। जब वे मंच से सवाल करते थे कि मुझे फिर से सीएम या मुख्यमंत्री बनना चाहिए या नहीं? तो इसका असर यह जरूर हुआ कि आखिर समय में पार्टी के बड़े नेताओं ने उनकी योजनाओं का जिक्र करना शुरू कर दिया, लेकिन वहीं चेहरे पर अभी तक लोग चुप्पी साधे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह एक दिसंबर को ग्वालियर पहुंचे थे वहां उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। शिवराज सिंह से ग्वालियर में ही जब यह सवाल किया गया कि अब आप पांचवी बार मुख्यमंत्री बनेंगे? तो वे भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद कहते हुए आगे निकल गए। इसका मतलब साफ है कि अभी भी उनके नाम पर संशय बरकरार है। ऐसे में दूसरे दावेदारों के नाम की चर्चा शुरू हो गई है।
प्रहलाद सिंह पटेल
मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे ज्यादा चर्चा में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल का नाम है। शिवराज सिंह के बाद मध्य प्रदेश में भाजपा के ओबीसी वर्ग के सबसे बड़े चेहरों में प्रहलाद सिंह पटेल का नाम सबसे आगे है। मध्य प्रदेश में ओबीसी की आबादी 50 फीसदी से अधिक है। अगर भाजपा यहां चेहरा बदलती है तो उनकी दावेदारी मजबूत होगी। यहीं नहीं प्रहलाद पटेल का संगठन में भी लंबा अनुभव रहा है।
उमा भारती और शिवराज सिंह के अलावा प्रहलाद सिंह पटेल ही ऐसे नेता हैं जिनकी लोधी समाज में गहरी पैठ है। इनके अलावा वे आरएसएस के भी पसंदीदा नेता हैं। प्रहलाद पटेल को बुंदेलखंड और महाकौशल के साथ-साथ मालवा और निमाड़ में भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की भूमिका भी दी गई थी। कांग्रेस नेता कमलनाथ को सीधे चुनौती देते हुए उन्हें घेरने का काम भी उन्हें दिया गया था।
इस तरह से देखा जाए तो अगर शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री नहीं बनते हैं तो प्रहलाद पटेल का नाम ही मुख्यमंत्री की रेस में होगा।