351वें प्रकाश पर्व के समापन पर पटना में फिर जुट रहे देश-विदेश के धार्मिक पर्यटक

Update:2017-12-22 16:07 IST

पटना। इस साल के आरंभ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 351वें प्रकाश पर्व के अद्भुत आयोजन के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। एक ऐसी पहचान, जिसने बिहारी अस्मिता को भी नया कलेवर दिया। कट्टर विरोध में थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लेकिन इसी प्रकाश पर्व ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी दूरी को ऐसा घटाया कि जुलाई में साथ आ गए सरकार में। प्रकाश पर्व के राजनीतिक मायने थे और हैं, लेकिन उससे बड़ी बात है कि इस एक कार्यक्रम ने बिहार को धार्मिक पर्यटन के नक्शे पर उभार दिया है। इसी कारण 23 से 25 दिसंबर तक 351वें प्रकाश पर्व वर्ष के समापन पर शुकराना समारोह मनाया जा रहा है। पटना से बाहर रहने वालों के लिए इससे जुड़ी कई बातें जाननी जरूरी है ताकि इसमें शरीक होना आसान और मनोरंजक हो।

शनिवार 23 दिसंबर से सोमवार 25 दिसंबर तक गुरु गोविंद सिंह की जन्मभूमि पटना एक बार फिर 351वें प्रकाश-पर्व की तरह गुलजार होगी। संभव है, उससे भी ज्यादा रौनक हो इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में। सरकार इसी हिसाब से तैयारी कर रही है कि तीन दिनों के शुकराना समारोह में शामिल होने के लिए देश-विदेश से आ रहे सैलानी बिहार और राज्य सरकार के लिए सकारात्मक सोच के साथ वापस लौटें। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के कार्यक्रम की संभावना के कारण सुरक्षा को लेकर भी चाक-चौबंद व्यवस्था की जा रही है।

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श्रद्धालु-पर्यटकों के लिए टेंट सिटी

गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की जन्मभूमि तख्त श्रीहरिमंदिर जी पटना साहिब के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं और शुकराना समारोह में शामिल होने के लिए आ रहे धार्मिक पर्यटकों के हिसाब से सिटी समेत पूरे राजधानी पटना के बड़े हिस्से को तैयार किया जा रहा है। धार्मिक पर्यटकों के लिए टेंट सिटी बनाई गई है। बाइपास थाने के पास बनी टेंट सिटी में 35 हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। यहां रहने के अलावा लंगर की भी व्यवस्था रखी गई है। पर्यटकों की सुविधा के लिए रिसेप्शन की व्यवस्था है। पटना सिटी के कंगन घाट के पास पांच हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। यहां लंगर के साथ ही गतका देखने का भी मौका मिलेगा। श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर बाइपास टेंट सिटी में तीन और कंगन घाट टेंट सिटी में दो लंगर की व्यवस्था है। इसके साथ ही तख्त श्रीहरिमंदिर जी साहिब, बाल लीला गुरुद्वारा, गुरु का बाग, कंगन घाट गुरुद्वारा, सोनार टोली पादरी की हवेली, हंडी साहिब, गाय घाट गुरुद्वारा आदि में भी लंगर की सुविधा रहेगी।

यात्री सुविधा के लिए बहुत कुछ खास

श्रद्धालुओं व धार्मिक पर्यटकों की सुवधा के लिए पटना साहिब, पटना जंक्शन, पाटलिपुत्रा जंक्शन, राजेंद्र नगर टॢमनल, पटना घाट रेलवे स्टेशन, पटना एयरपोर्ट और यहां से पटना सिटी की ओर जाने वाले सभी महत्वपूर्ण रास्तों पर हेल्प डेस्क लगाए गए हैं। यहां से आप पता कर सकते हैं कि कहां ठहरा जा सकता है और कैसे जाया जा सकता है। इन हेल्प डेस्क पर शहर के होटलों, रेस्तरां, सिनेमाघर, दर्शनीय स्थलों की जानकारी मिल रही है। इसके अलावा ट्रेनों की समय सारिणी से लेकर महत्वपूर्ण टेलीफोन नंबर तक यहां उपलब्ध कराए गए हैं ताकि सैलानियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो।

सुरक्षा के लिए भी है जबरदस्त तैयारी

देश-विदेश से आने वाले संगबत की सुरक्षा के लिए पटना और पटना सिटी के बड़े हिस्से में सुरक्षा को लेकर जबरदस्त तैयारी पूरी कर ली गई है। पहले से लगे सीसीटीवी कैमरों के अलावा 200 से अधिक स्थलों पर और सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। पूरे क्षेत्र में सादे लिबास में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। अल्पकालीन सीसीटीवी कैमरों की निगरानी के लिए बाइपास और चौक थाने में कंट्रोल रूम बनाया गया है। कैमरे की गतिविधि के हिसाब से यह कंट्रोल रूम सुरक्षा में लगी पुलिस को सूचित करेगा। पुलिस उपाधीक्षक स्तर के 40 अधिकारियों की तैनाती शुकराना समारोह के तीन दिनों के आयोजन के लिए की गई है। इनकी देखरेख में 70 इंस्पेक्टर और करीब दो हजार आरक्षियों की तैनाती की गई है। प्रशासनिक स्तर पर निगरानी के लिए करीब डेढ़ सौ दंडाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में झूमेंगे लोग

शुकराना समारोह के दौरान बिहार सरकार के कला-संस्कृति एवं युवा विभाग की ओर से तीनों दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। 22 से 25 दिसंबर तक रोज शाम पांच बजे से रात 10 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम दो स्थलों पर आयोजित किए जाएंगे। गांधी मैदान से सटे श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल और फ्रेजर रोड स्थित भारतीय नृत्यकला मंदिर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

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