Sidhi Peshab Kand को लेकर शिवराज सरकार का डैमेज कंट्रोल जारी, अब पीड़ित परिवार को पहुंची ये बड़ी मदद

Sidhi Peshab Kand: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरूवार को पीड़ित आदिवासी दशमत रावत से सीएम आवास पर मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने दशमत के पैर धोकर उसका स्वागत किया और तिल लगाकर मिठाई खिलाई।

Update:2023-07-07 11:21 IST
Sidhi Peshab Kand (photo: social media)

Sidhi Peshab Kand: मध्य प्रदेश के सीधी जिले के चर्चित पेशाब कांड को लेकर न केवल प्रदेश बल्कि देश की सियासत भी गरमाई हुई है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की सरकार कांग्रेस, सपा और बसपा समेत अन्य विरोधी पार्टियां हमलवार है। शिवराज सरकार लगातार इस मामले को लेकर हुए डैमेज को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है। इसी कोशिश के तहत अब पीड़िता आदिवासी शख्स दमशत रावत को पांच लाख रूपये बतौर आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया गया है।

सीधी जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है। इसके अलावा दशमत को डेढ़ लाख रूपये अतिरिक्त घर की दीवार बनाने के लिए दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि कल यानी गुरूवार 6 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के दौरान दशमत रावत ने बताया था कि उसके घर की दीवार बनना बाकी है। इसके बाद सीएम दफ्तर से सीधी कलेक्टर को आदेश जारी किए गए।

सीधी कलेक्टर ने पीड़ित को घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता जारी करने की जानकारी देते हुए बताया माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार श्री दशमत रावत जी को 5 लाख रुपये की सहायता राशि तथा आवास निर्माण के लिए एक लाख 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।

सीएम शिवराज ने दशमत के धोए थे पैर

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरूवार को पीड़ित आदिवासी दशमत रावत से सीएम आवास पर मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने दशमत के पैर धोकर उसका स्वागत किया और तिल लगाकर मिठाई खिलाई। मुख्यमंत्री द्वारा दशमत को सम्मानित भी किया गया। एमपी सीएम ने दशमत के साथ नाश्ता किया और परिवार के बारे में जानकारी ली।

इसके बाद उन्होंने आदिवासी शख्स के साथ पौधारोपण भी किया।

मायावती ने शिवराज पर किया पलटवार

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ये कवायद हालांकि विपक्षी नेताओं को रास नहीं आई। कांग्रेस और बसपा ने सीएम शिवराज पर नौटंकी करने का आरोप लगाया। बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर लिखा, मध्यप्रदेश के सीएम द्वारा सीधी ज़िले के पेशाबकाण्ड के पीड़ित आदिवासी युवक को लगभग 600 किलोमीटर दूर भोपाल बुलाकर सीएम हाऊस में कैमरा के घेरे में उसके पैर धोना सरकारी पश्चाताप कम तथा इनकी नाटकबाजी व चुनावी स्वार्थ की राजनीति ज्यादा लगती है। ऐसा नुमाइशी कार्य क्या उचित?

उन्होंने आगे लिखा, चूँकि मध्यप्रदेश में विधानसभा का आमचुनाव निकट है, इसलिए सरकार की ऐसी बेचैनी स्वाभाविक। किन्तु पूरे राज्य में खासकर एससी, एसटी, अतिपिछड़े व मुस्लिम समाज के साथ ही सर्वसमाज के लोगों का महंगाई व बेरोजगारी आदि से इनका जीवन जितना त्रस्त हुआ है उसका हिसाब वे जरूर ही माँगेगे।

क्या है पूरा मामला ?

दरअसल, पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें एक शख्स जो कि नशे में था, दूसरे व्यक्ति पर पेशाब कर रहा था। वायरल वीडियो में दिख रहा आरोपी भाजपा कार्यकर्ता प्रवेश शुक्ला निकला, जो कि स्थानीय बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला का प्रतिनिधि भी था। पीड़ित के आदिवासी समुदाय से होने के कारण मामले ने भयानक सियासी रंग अख्तियार कर लिया। जिसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान के आदेश पर आरोपी के खिलाफ एसटी/एससी एक्ट के अलावा एनएसए के तहत भी कार्रवाई की गई है। फिलहाल आरोपी जेल में है। उसके घर के अवैध हिस्से को भी बुलडोजर से गिरा दिया गया है।

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