नई दिल्ली : सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा के खिलाफ आवाज उठाने वाले चार शीर्ष न्यायाधीशों की आरएसएस के एक नेता की ओर से आलोचना करने पर कांग्रेस ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी पर 'आरएसएस पदाधिकारियों' के जरिए न्यायपालिका पर हमला करने का आरोप लगाया और भाजपा से कहा कि वह इस मुद्दे पर 'अव्यवस्था न फैलाए और फूट न डाले।'
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कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक ट्वीट कर कहा, "दुखद और खेदजनक ! भाजपा आरएसएस पदाधिकारियों द्वारा न्यायापालिका पर हमला करवा रही है। पूरा देश सिर्फ यही चाहता है कि शीर्ष न्यायाधीशों की ओर से उठाए गए मुद्दों को सुलझाया जाए, जिससे लोकतंत्र को खतरा है। भाजपा सरकार को इस मुद्दे पर अव्यवस्था फैलाने और फूट डालने के बदले इसे सुलझाना चाहिए।"
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कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय सह बौद्धिक प्रमुख जे. नंदकुमार ने 13 जनवरी को अपने फेसबुक कमेंट में चारों न्यायाधीशों पर 'अचूक राजनीतिक साजिश' रचने का अरोप लगाया था।
इस सिलसिले की समाचार रिपोर्टो के अनुसार, मलयालम में लिखे अपने पोस्ट में नंदकुमार ने न्यायाधीशों के प्रेस वार्ता करने के 'खास समय' पर निशाना साधा और इसे 'न्यायपालिका में लोगों के विश्वास पर हमला' बताया था।
सर्वोच्च न्यायालय के चार शीर्ष न्यायाधीश न्यायमूर्ति जे. चेलमेश्वर, न्यायमूर्ति रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति मदन बी. लोकुर और न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ ने पिछले सप्ताह शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता में प्रधान न्यायाधीश पर मामले के आवंटन को लेकर आरोप लगाए थे और कहा था कि शीर्ष अदालत का प्रशासन ठीक से काम नहीं कर रहा है।