Kolkata Rape- Murder Case: सुप्रीम कोर्ट में टली सुनवाई, सीबीआई से एक हफ्ते बाद मांगी नई रिपोर्ट
Kolkata Rape- Murder Case: आज सुप्रीम कोर्ट में कोलकाता रेप- मर्डर केस को लेकर सुनवाई हुई। जहां सीबीआई ने कोर्ट के सामने स्टेट्स रिपोर्ट पेश की।
Kolkata Rape- Murder Case: आज कोलकाता रेप मर्डर केस की सुनवाई हादसे के एक महीने बाद हो रही है। मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच कर रही है। सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस ने पूछा है कि प्रिंसिपल का घर कॉलेज से कितनी दूर है। जिसका जवाब देते हुए सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज से 15 से 20 की मिनट की दूरी पर ही प्रिंसिपल का घर है।
आज सुप्रीम कोर्ट में सुबह 11 बजे से कोलकाता रेप मर्डर केस की सुनवाई चल रही थी। जहाँ सीबीआई द्वारा पेश स्टेट्स रिपोर्ट पर कोर्ट ने सवाल खड़े किए है। कोर्ट ने पीड़िता के अप्राकृतिक मौत का स्पष्टीकरण माँगा। कोर्ट ने ये भी पूछा कि रेप-मर्डर मामले की FIR कब दर्ज हुई थी। जिसके जवाब में बंगाल सरकार की तरफ से कहा गया कि 02:55 PM पर FIR दर्ज हुई, वहीं डेथ सर्टिफिकेट 01:47 PM पर बना। इसके बाद कोर्ट ने सीबीआई को एक हफ्ते का और वक्त दिया। उन्होने कहा कि एक हफ्ते बाद आप नई रिपोर्ट सामने पेश करिएगा। यानी कि इस मामले में अगली सुनवाई 17 सितंबर को होगी।
कोलकाता रेप- मर्डर केस की जाँच कर रही सीबीआई की टीम आज सुप्रीम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट पेश कर सकती है। आपको बता दें कि इस पूरे केस में नया एंगल सामने आया है जिसमें एक रिपोर्ट सामने आई है कि मुख्य आरोपी संजय रॉय का डीएनए और पीड़ित महिला डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट से मिले सीमेन आपस में मैच हो गए है। अब इस नए एंगल के साथ आज सुप्रीम कोर्ट पूरे मामले की सुनवाई करेगा।
सीबीआई ने बताया सबूतों के साथ किया गया छेड़छाड़
कोलकाता रेप- मर्डर केस की जांच कर रही सीबीआई की टीम जांच में जुटी हुई है। कुछ सबूत सीबीआई अधिकारियों को मिले है जिसमें बताया गया कि गिरफ्तार संजय रॉय ही गुनहगार है। पीड़िता के प्राइवेट पार्ट से मिले सीमन और आरोपी संजय का डीएनए मैच कर गया है। सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक, 151 ग्राम चिपचिपा पदार्थ मिलने को लेकर गलत सूचना फैलाई गई है। सीबीआई को कई दिनों तक अस्पताल का दौरा करने और थ्री-डी मैपिंग के बाद ऐसा लगा कि साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ हुई है पर ठोस सबूत नहीं मिलने के कारण किसी अन्य को गिरफ्तार नहीं किया जा सका।
अब तक क्या- क्या हुआ
सीबीआई की तरफ से चल रहे जांच में अभी तक की बात की जाए तो सौ से ज्यादा लोगों से पूछताछ किया गया और 10 से 11 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट करवाया गया। वहीं कोलकाता पुलिस की ओर से जब्त किए घटनास्थल से 50 से अधिक साक्ष्य के नमूने, पीड़िता और आरोपी की एफएसएल रिपोर्ट, डीएनए रिपोर्ट, अस्पताल के सीसीटीवी कैमरा नंबर 8 और 16 के फुटेज, कोलकाता ट्रैफिक पुलिस के कुछ इलाकों के सीसीटीवी फुटेज, अस्पताल के कुछ नर्स, जूनियर डॉक्टर के बयान के आधार पर फ़िलहाल सीबीआई टीम ने एक आरोप पत्र तैयार किया है जिसे आज सुप्रीम कोर्ट में पेश किया जायेगा।