गुजरात चुनाव में BJP को मिलेगा मुस्लिम महिलाओं का साथ, कांग्रेसी सर्वे में हुआ खुलासा !

Update:2017-11-17 18:45 IST

गांधीनगर : आजकल कांग्रेस पार्टी के अंदर एक इंटरनल सर्वे के बड़े चर्चे हैं। ये सर्वे पार्टी ने गुजरात का मूड भापने के लिए करवाया था। सूत्रों के मुताबिक इसी सर्वे के रिजल्ट का इंतजार हो रहा था। ताकि रिपोर्ट देखने के बाद उम्मीदवार चयन और घोषणा सके। रिजल्ट में सामने आया कि ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर मुस्लिम महिलाओं का झुकाव बीजेपी की तरफ है। इसके साथ ही पाटीदारों के प्रभाव वाली सीटों पर भी इस वर्ग की महिलाओं का वोट बीजेपी को जा रहा है।

वैसे तो पार्टी ने सभी सीटों में 4 उम्मीदवारों का नाम तय कर लिया है। सिटिंग विधायकों के टिकट भी पक्के हैं। और यदि जरुरत पड़ी तभी इन चार के आलावा किसी अन्य को टिकट दिया जाएगा। वर्ना इनमें से ही किसी एक को मैदान में उतारा जाना तय है। सूत्र बताते हैं कि इस बार पार्टी महिला उम्मीदवारों पर दावं खेल सकती है। क्योंकि सर्वे रिपोर्ट में महिलाओं के मजबूत होने के बारे में कहा गया हैं।

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सर्वे में सामने आए चौकानें वाले तथ्य

सूत्रों के मुताबिक पार्टी के इस सर्वे में ये बात निकल कर सामने आई है कि महिलाएं चुनावों में निर्णायक वोटर साबित होने वाली हैं। पुरुष मतदाता कांग्रेस की तरफ झुके नजर आ रहे हैं। यदि राहुल अपनी आक्रामकता के साथ ही सूबे में किसी कद्दावर नेता को सीएम चेहरा घोषित कर आगे बढ़े तो पार्टी को फायदा होगा। ऐसा इस सर्वे की रिपोर्ट में कहा गया है।

सूत्रों ने बताया कि सर्वे में ये पता चला कि न सिर्फ हिंदू बल्कि मुस्लिम महिलाएं भी बीजेपी के खुले समर्थन में हैं। मजे की बात तो ये है कि जिन सीटों पर पाटीदार अधिक संख्या में हैं। वहां भी 30 से 35 फीसदी महिलाएं बीजेपी के पाले में नजर आ रही हैं। वहीं शहरी क्षेत्र में रहने वाली 50 फीसदी महिलाओं का रुझान बीजेपी की तरफ है।

इससे निपटने का फार्मूला भी इस सर्वे रिपोर्ट में सुझाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया कि यदि कांग्रेस अपने चुनावी घोषणापत्र में महिलाओं के लिए रोजगार और परिवार से जुडी छोटी-बड़ी जरूरतों का ख्याल के साथ अच्छी व सस्ती शिक्षा, सस्ती व बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, रोजगारपरक योजनाओं सहित सरकारी कॉलेजों में नए प्रफेशनल कोर्स, आर्थिक तौर से कमजोर छात्रों को स्कॉलरशिप देने की बात रखती है, तो उसका भला हो सकता है।

अब देखना ये होगा कि कांग्रेस रणनीतिकार इस सर्वे रिपोर्ट पर कितना विश्वास करते हैं। इसमें सुझाए उपायों को अमली जामा पहनाते भी हैं या नहीं।

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