विभाजन का दर्द भुला, आंध्र प्रदेश को जापान की तरह विकसित करेंगे चंद्रबाबू

Update:2017-06-02 15:52 IST

विजयवाड़ा : मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को कहा कि राज्य आंध्र प्रदेश के विभाजन को अभी तक स्वीकार नहीं कर पाया है। तेलंगाना दो जून को अपना तीसरा स्थापना दिवस मना रहा है, जबकि आंध्र प्रदेश ने इस दिन 'नव निर्माण दीक्षा' कार्यक्रम का आयोजन किया, जहां आंध्र के लोगों ने राज्य के पुननिर्माण की शपथ ली। विजयवाड़ा में हुए प्रमुख समारोह में मुख्यमंत्री ने लोगों को शपथ दिलाई।

नायडू ने विभाजन के बाद सभी बाधाओं के बावजूद राज्य को नई ऊंचाई पर पहुंचाने की शपथ ली। उन्होंने दो जून को आंध्र प्रदेश के इतिहास में 'काला दिवस' बताया और कहा कि राज्य विभाजन को अभी तक स्वीकार नहीं कर पाया है।

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तेलगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख ने राज्य के विभाजन के तरीके पर विरोध जताते हुए कहा कि राज्य के लोगों को राज्य के पुनर्निर्माण के लिए खुद को समर्पित कर देना चाहिए।

विभाजन से पहले कांग्रेस की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के तरीके को याद करते हुए नायडू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के व्यवहार से लोगों को ठेस पहुंचा है। नायडू ने कहा कि संसद में विभाजन विधेयक दरवाजा बंद करके पास किया गया और विरोध करने का प्रयास कर रहे तेदेपा सांसदों पर हमला किया गया।

उन्होंने कहा कि विधेयक को राज्य विधानसभा की संपुष्टि के लिए लड़ाकू विमान से हैदराबाद भेजा गया। नायडू ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने देश इटली के स्वतंत्रता दिवस पर राज्य को विभाजित कर दिया।

अपनी सरकार द्वारा बीते तीन सालों में राज्य को पटरी पर लाने के लिए किए गए प्रयासों को याद करते हुए नायडू ने कहा कि यदि लोग कठिन मेहनत करते हैं तो कुछ भी असंभव नहीं है।

तेदेपा प्रमुख ने कहा कि जापान जैसे देश आंध्र प्रदेश के लिए प्रेरणास्रोत होने चाहिए, क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध में तबाह होने के बाद यह दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्था के तौर पर उभरा। विधानसभा अध्यक्ष कोडेला शिवप्रसाद राव और मंत्रियों व वरिष्ठ अधिकारियों ने रैली में भाग लिया।

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