तूफान के तांडव का आँखों देखा हाल, कहीं उड़ गए पेड़ तो कहीं उड़ीं घरों की छतें
पूरे भारत की निगाहें इस वक्त निसर्ग तूफान पर लगी हैं। जिसकी चपेट में आकर सूखे पत्ते सी घरों की छतों उड़ रही हैं। सड़कों पर पेड़ों के टूटकर गिरने से आवागमन अवरूद्ध हो गया है। जो जहां है उससे घरों के अंदर रहने को कहा जा रहा है। इसके अलावा निचले इलाकों को खाली कराया जा रहा है।
मुम्बई के अलीबाग में #CycloneNisarga हिट करके तबाही मचाता हुआ आगे बढ़ रहा है। सभी लोगों से लगातार ये अपील की जा रही है कि सुरक्षित रहे घर पर रहें। मुंबई की ऊंची इमारतें खतरे में हैं। निचले इलाकों में भारी बारिश से पानी भरने का खतरा है। तूफान तटीय इलाकों को अपनी जद में लेता हुआ आगे बढ़ रहा है। मुंबई के बाद इसकी दिशा गुजरात की ओर है।
मुंबई के लिए अगले चार से पांच घंटे काफी महत्वपूर्ण बताए जा रहे हैं। मुंबई में सौ से अधिक साल बाद इतना भयानक तूफान आया है। बांद्रा इलाका भी चपेट में है।
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लगातार साइरन बचाकर तटीय इलाकों को खाली करने की घोषणाएं की जा रही हैं।
तूफान सिंधुबर्ग जिले में पहुंच चुका है। और उसका तबाही का तांडव जारी है।
हम आप को बता दें कि निसर्ग तूफान की इस समय कुछ ऐसी स्थिति है कि हर व्यक्ति बेचैन हो उठा है। मुम्बई और तटीय इलाकों में बदहवासी का आलम है। सरकार के स्तर पर जनहानि बचाने के उच्च स्तरीय बंदोबस्त किये गए हैं। आपदा प्रबंधन टीमें मुस्तैद हैं।
पूरे भारत की निगाहें इस वक्त निसर्ग तूफान पर लगी हैं। जिसकी चपेट में आकर सूखे पत्ते सी घरों की छतों उड़ रही हैं। सड़कों पर पेड़ों के टूटकर गिरने से आवागमन अवरूद्ध हो गया है। जो जहां है उससे घरों के अंदर रहने को कहा जा रहा है। इसके अलावा निचले इलाकों को खाली कराया जा रहा है।