Tirupati Laddu: जगन मोहन के क्षमा अनुष्ठान पर बवाल, YSRCP का CM चंद्रबाबू पर पार्टी नेताओं को नजरबंद करने का आरोप

Tirupati Laddu row: पार्टी की ओर से आरोप लगाया गया है कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के इशारे पर पुलिस की ओर से पार्टी नेताओं को कार्यक्रम में हिस्सा न लेने की चेतावनी दी जा रही है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-09-27 12:26 IST

Jagan Mohan Reddy and CM Chandrababu Naidu  (PHOTO: social media )

Tirupati Laddu row: तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट के मुद्दे को लेकर पैदा हुआ विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के मुखिया जगन मोहन रेड्डी की ओर से प्रसाद में मिलावट को लेकर किए गए क्षमा अनुष्ठान के ऐलान पर सियासी बवाल शुरू हो गया है।

जगन मोहन ने राज्य के लोगों से शनिवार को विभिन्न मंदिरों में आयोजित पूजा-अर्चना में हिस्सा लेने का अनुरोध किया है। पार्टी की ओर से आरोप लगाया गया है कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के इशारे पर पुलिस की ओर से पार्टी नेताओं को कार्यक्रम में हिस्सा न लेने की चेतावनी दी जा रही है। पार्टी के कई नेताओं को पुलिस की ओर से घरों में नजरबंद किया जा रहा है।

चंद्रबाबू के इशारे पर पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न

वाईएसआर कांग्रेस पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और मंत्री नारा लोकेश के इशारे पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। जगन मोहन के तिरुपति दौरे से पहले पार्टी नेताओं को नोटिस देकर चेतावनी दी जा रही है। उन्हें प्रदेश के विभिन्न मंदिरों में आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा न लेने की हिदायत दी जा रही है।

पार्टी के कई नेताओं को इस बाबत पुलिस से चेतावनी मिली है और उन्हें घर में नजरबंद किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के इशारे पर पुलिस की ओर से यह कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई से पुलिस के पक्षपातपूर्ण और भेदभावपूर्ण रवैए का पता लगता है। राजनीतिक दखलंदाजी की वजह से पुलिस की ओर से यह रवैया अपनाया गया है।

जगन मोहन शनिवार को करेंगे प्रायश्चित

दरअसल तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में पशुओं की चर्बी और मछली के तेल की मिलावट का मुद्दा गरमाने के बाद जगनमोहन रेड्डी ने राज्य के सभी मंदिरों में 28 सितंबर को पूजा-अर्चना का आह्वान किया था। जगन मोहन ने कहा कि तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में मिलावट का मुद्दा उठाकर मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बड़ा पाप किया है और इस पाप का प्रायश्चित करना जरूरी है।

उन्होंने आंध्र प्रदेश के लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से राज्य भर के मंदिरों में आयोजित होने वाले अनुष्ठान में हिस्सा लेने का भी अनुरोध किया है। चंद्रबाबू नायडू की ओर से आरोप लगाए जाने के बाद जगनमोहन रेड्डी ने यह अपील की है। नायडू ने आरोप लगाया है कि जगन सरकार के कार्यकाल के दौरान तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में पशुओं की चर्बी और मछली के तेल की मिलावट की गई थी। उनके आरोप पर पूरे देश में भूचाल पैदा हो गया है।

प्रसाद में मिलावट की बात स्वीकारी

नायडू की ओर से यह आरोप लगाए जाने के बाद तिरुमला तिरुपति देवस्थानम की ओर से भी यह स्वीकार किया गया है कि मंदिर के प्रसाद की पवित्रता प्रभावित हुई है। मंदिर के एक्जीक्यूटिव ऑफिसर श्यामला राव ने कहा कि पिछली सरकार की ओर से मिलावट की जांच के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया।

उन्होंने कहा कि हमने अब इस दिशा में कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि जिस घी का लड्डुओं में इस्तेमाल किया जा रहा था, उसकी आपूर्ति 320 रुपए प्रति किलो की दर पर की जा रही थी। घी की कीमत भी संदेह पैदा करने वाली है।

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