Top 3 Young Indian Teacher: गूगल पर 2022 में सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले युवा भारतीय शिक्षक, आइए जानते हैं उनके बारे में
Top 3 Young Indian Teacher: पटना वाले खान सर, फिजिक्स वल्लाह के फाउंडर अलख पांडे और सिर्फ 1 रु में पढ़ाने वाले मैथमेटिक्स गुरु आरके श्रीवास्तव वर्ष 2022 में सबसे ज्यादा गूगल पर सर्च किए जाने वाले युवा भारतीय शिक्षक रहे।
Top 3 Young Indian Teacher: 31 दिसंबर के समाप्त होने के साथ साल 2022 भी हम सबको अलविदा कह देगा और 1 जनवरी से नए साल का आगाज हो जाएगा, हर साल के अंत में Google 'Year in Search' के बारे में जानने की लोगो की इच्छा होती है, आज हम बात कर रहे है Google पर वर्ष 2022 में सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले युवा भारतीय शिक्षक के बारे में, जिन्हें साल 2022 में सबसे ज्यादा गूगल पर सर्च किया गया. आइए आपको बताते हैं टॉप 3 युवा शिक्षको के बारे में और जानते हैं कि ये क्यों चर्चा में रहे.
पटना वाले खान सर, फिजिक्स वल्लाह के फाउंडर अलख पांडे और सिर्फ 1 रु में पढ़ाने वाले मैथमेटिक्स गुरु आरके श्रीवास्तव वर्ष 2022 में सबसे ज्यादा गूगल पर सर्च किए जाने वाले युवा भारतीय शिक्षक रहे।
इन दिनों इंटरनेट पर देश के 3 मशहूर शिक्षक के कार्यशैली को तेजी से सुर्खियां बटोरते देखा जा रहा है, पटना वाले खान सर, ₹1 में पढ़ाने वाले आरके श्रीवास्तव और यूट्यूब पर इन दिनों मशहूर हो चुके शिक्षक अलख पांडेय वर्ष 2022 में चर्चा का विषय बने रहे।
कौन है यह सभी शिक्षक:
खान सर ( khan Sir ) , आरके श्रीवास्तव (RK Srivastava) और अलख पांडेय के पढाने के तरीके ने ऐसी लकीर खींच दी है कि पूरी दुनिया उनके कार्यशैली को सलाम करती है। आज इनके बारे में शायद ही कोई होगा जिसे जानकारी नही होगी। इन शिक्षकों के शैक्षणिक कार्यशैली की चर्चा देश-विदेश में इन दिनों खूब हो रहा है।
मौजूदा समय में भारत के कई शिक्षकों ने अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। उनके शिक्षण का मानवीय पहलू सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र रहा है। आज के समय में शिक्षा एक व्यापार बन चुका है और कई बड़ी कंपनियां मुनाफा पीटने के लिए मैदान में उतर चुकी हैं। इनके आगमन ने गरीब और पिछड़े तबके के बच्चों को उच्च एवं गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा से एक तरह से वंचित कर दिया है। ऐसे में इन बच्चों को कम कीमत पर बेहतर शिक्षा मुहैया कराने का बीड़ा कुछ शिक्षकों ने अपने कंधे पर उठाया है।
ऐसे ही शिक्षकों में शुमार हैं बिहार के प्रसिद्ध खान सर, PW के फाउंडर अलख पांडे और मैथमेटिक्स गुरू आर के श्रीवास्तव।
खान सर बेहद कम फीस लेकर छात्रों को विभिन्न सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाते हैं। वहीं, मैथमेटिक्स गुरू के नाम से मशहूर आरके श्रीवास्तव तो महज 1 रूपये गुरूदक्षिणा के रूप में अपने छात्रों से लेते हैं।
पटना वाले खान सर
(Patna Wale Khan Sir)
पटना वाले खान सर भी बेहद कम फीस लेकर छात्रों को विभिन्न सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाते हैं। खान सार आरआरबी, एनटीपीसी भर्ती परीक्षा और ग्रुप डी भर्ती परीक्षा की तैयारी के लिए 250 रूपये फीस लेते हैं।
उनके एक-एक बैच में हजार से भी अधिक छात्र पढाई करते हैं। खान सर 1 हजार रूपये में एनडीए की परीक्षा की तैयारी करवाते हैं। खान सर के कोचिंग सेंटर पर अधिकतर कोर्सों की फीस 150 रूपये से 1000 रूपये तक होती है।
1 रूपये में छात्रों का भविष्य संवारने वाले शिक्षक आरके श्रीवास्तव
(RK Srivastava Mathematics guru)
बिहार के रोहतास जिले के बिक्रमगंज के रहने वाले आरके श्रीवास्तव मात्र 1 रूपये की फीस लेकर सैंकड़ों छात्रों का भविष्य संवार चुके हैं। गरीबी में अपना बचपन खपाने वाले श्रीवास्तव ने अब 540 निर्धन परिवार के छात्रों को इंजीनियर समेत अन्य सरकारी पदों पर बैठा चुके हैं।
गुरूदक्षिणा के रूप में केवल एक रूपया वसूलते हैं।
आरके श्रीवास्तव छात्रों के बीच गजब लोकप्रिय हैं। गणित जैसे मुश्किल विषय को आसान भाषा में समझाने के उनके तरीके के बच्चे कायल हैं। इनका द्वारा चलाया जा रहा नाइट क्लासेज छात्र खूब पसंद करते हैं।
क्यों लेते हैं इतनी कम फीस
ऐसे में सवाल उठता है कि महंगाई के इस दौर में मैथमेटिक्स गुरू रजनीकांत श्रीवास्तव उर्फ आर के श्रीवास्तव कैसे महज 1 रूपये की फीस से अपने परिवार का गुजारा कर लेते हैं। आर के श्रीवास्तव मीडिया को दिए अपने कई साक्षात्कारों में बता चुके हैं।
उनके लिए गरीब और कमजोर बच्चों की शिक्षा सर्वप्रथम है। उन्होंने गरीबी को जिया है और उन तमाम मुश्किलों और चुनौतियों का सामना किया है। जो उस पृष्ठभूमि से आने वाले बच्चों को सामना करना पड़ता है।
कई इन चुनौतियों पार नहीं पा पाते और उनके जीवन में शिक्षा की लौ बुझ जाती है। इस पेशे में उनके आने का मकसद ऐसे ही छात्रों को मदद करना था और जिसपर आज भी वह कायम हैं।
अब सवाल उठता है कि वह अपने अन्य खर्चों को कैसे मैनेज करते हैं। आरके श्रीवास्तव देश के चुनिंदा महंगे शिक्षण संस्थानों में अतिथि शिक्षक के रूप में अपना योगदान देकर धन हासिल करते हैं।
अलख पांडे
Alakh Pandey
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) के एक ट्यूशन टीचर अलख पांडेय (Alakh Pandey) के नाम देश के 101वें यूनिकॉर्न के मालिक बनने का गौरव हासिल हुआ है। उनकी कहानी एक प्रेरणा से कम नहीं है। एक 30 साल के युवक ने अरबों रुपये की कंपनी खड़ी करके हर किसी को चौंका दिया है। PHYSICS WALLAH के नाम से मशहूर हो चुके हैं। बहुत ही कम शुल्क में स्टूडेंट्स को पढ़ाते है।