Maharashtra: ठाकरे का भाजपा और पीएम पर बड़ा हमला, किया दावा- बाल ठाकरे की वजह से मजबूत हुए मोदी
Maharashtra: मुंबई में उत्तर भारतीयों की सभा को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने 2002 के गुजरात दंगों की याद दिलाई।
Maharashtra: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सियासी रूप से इतना मजबूत होने के पीछे शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे का हाथ है। अगर बाल ठाकरे ने नरेंद्र मोदी को संकट के उन दिनों में बचाया न होता तो मोदी की आज सियासी रूप से इतना मजबूत न हो पाते।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नरेंद्र मोदी को राजधर्म का पालन करने की सलाह दी थी,उस समय बाल ठाकरे ने ही मदद करके मोदी को बचाया था। ठाकरे ने भाजपा पर बड़ा हमला बोलते हुए भाजपा के हिंदुत्व पर सवाल उठाए। उन्होंने भाजपा पर हिंदुओं के बीच नफरत की भावना पैदा करने का बड़ा आरोप भी लगाया।
बाल ठाकरे ने किया था नरेंद्र मोदी का बचाव
मुंबई में उत्तर भारतीयों की सभा को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने 2002 के गुजरात दंगों की याद दिलाई। उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बयान की याद दिलाते हुए कहा कि वाजपेयी ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को राजधर्म का पालन करने की नसीहत दी थी। उस समय बालासाहेब ठाकरे ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए प्रधानमंत्री मोदी को बचाया था।
बाल ठाकरे ने कहा था कि यह समय की जरूरत है। यदि उस समय बाल ठाकरे ने मोदी को नहीं बचाया होता तो वे आज प्रधानमंत्री की कुर्सी तक नहीं पहुंच पाते। उन्होंने कहा कि सियासत के पुराने लोगों को आज भी वह दिन याद है जब बाल ठाकरे ने नरेंद्र मोदी का बचाव किया था।
हिंदुत्व के मुद्दे पर भाजपा को घेरा
ठाकरे ने भाजपा के हिंदुत्व पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आखिरकार भाजपा का हिंदुत्व क्या है? उत्तर भारत के लोग हिंदुत्व के मुद्दे पर भाजपा से स्पष्टीकरण चाहते हैं। एक-दूसरे के प्रति नफरत की भावना पैदा करना हिंदुत्व नहीं है। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि भाजपा से अलग होने के बावजूद मैंने हिंदुत्व का रास्ता नहीं छोड़ा है। हमारे लिए हिंदुत्व का मतलब गर्मजोशी से है और हम अभी भी उसी रास्ते पर चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शिवसेना ने 25-30 साल तक राजनीतिक मित्रता निभाई है मगर भाजपा के लोग शिवसेना को नहीं चाहते थे। भाजपा के इस रवैए के कारण अकाली दल और शिवसेना को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अलग होना पड़ा। उन्हें अब शिवसेना और अकाली दल की जरूरत नहीं थी।
कोश्यारी पर भी उद्धव ने साधा निशाना
शिवसेना प्रमुख ने महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने वाले भगत सिंह कोश्यारी पर भी तंज कसा। छत्रपति शिवाजी महाराज, ज्योतिबा राव फुले और सावित्रीबाई फुले के संबंध में विवादित बयान देने के कारण कोश्यारी की महाराष्ट्र में खूब आलोचना हुई थी। ठाकरे ने उन बयानों का जिक्र करते हुए कोश्यारी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज का अपमान करने वालों की महाराष्ट्र से वापसी हो रही है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को कोश्यारी का महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा मंजूर कर लिया है और उनकी जगह झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को महाराष्ट्र का नया राज्यपाल बनाया गया है।