Bihar News: सुपौल के कोसी नदी पर गिरा पुल का एक हिस्सा, कई मजदूर दबे, एक की मौत

Supaul Bridge Collapsed: एसपी ने बताया कि सुपौल जिले में कोशी नदी पर निर्माणाधीन पुल का हिस्सा गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। 10 गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

Report :  Viren Singh
Update:2024-03-22 10:04 IST

Supaul Bridge Collapsed: बिहार के सुपौल जिले में शुक्रवार सुबह बड़ा हादसा हो गया है। जिला स्थित बकोर में कोसी नदी पर निर्माणाधीन पुल का तीन गार्डर गिर गया, जिसमें यहां पर काम कर रहे कई मजदूर दब गए हैं, जबकि एक मौत हो गई है। घटना घटते ही तत्काल प्रभाव में काम कर री कंपनी ने राहत बचाव का अभियान शुरू कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही जिले पुलिस के आला अधिकारी भी पहुंचे गए। बताया गया कि यह घटना सुबह 7 बजे के करीब घटी, पुल निर्माण का काम चल रहा था। तभी एक दाम से 50, 51,52 नबंर पिलर का गार्टर भरभरा कर गिर गए, जिससे यह हादसा हो गया।

10 लोग गंभीर रूप से घायल

निर्माणाधीन पुल के तीन गार्डर गिरने की सूचना पर सुपौल जिला अधिकारी और एसपी घटना स्थल पर पहुंचे और इस घटना की जानकारी प्राप्त की। पुलिस अधीक्षक (एसपी) शैशव यादव ने बताया कि सुपौल जिले में कोशी नदी पर निर्माणाधीन पुल का हिस्सा गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। 10 गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

स्थानीय बोले- घटिया सामग्री का हो रहा था उपयोगा

उन्होंने कहा कि पुल का हिस्सा गिरने से मलबे में निर्माणा कार्य में लगे छह मजदूर मलबे में फंसे हुए हैं। उनको निकालने के लिए बचाव कार्य जारी है। वहीं, स्थानीय लोगों को कहना है कि मलबे के नीचे 30 से अधिक मजदूरों के दबे होने की आशंका है। पुल का एक हिस्सा कोसी नदी पर गिरा, जहां पर नदी सूखी थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल के निर्माण में घटिया क्वालिटी की सामग्री लगाई जा रही थी, जिसकी सूचना हेड मैनेजर में पहले ही दे दी थी। जब हम लोगों ने इसका विरोध किया तो हमें पुलिस की ओर से धमकियां मिल रही थीं कि विरोध करोगे तो बड़ी कार्रवाई की जाएगी।

भारत का है सबसे लंबा पुल

पुल सुपौल जिले बकौर और मधुबनी जिले के भेजा के बीच बन रहा है। यह देश का सबसे लंबा पुल है, जो 1200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है। इसकी लंबाई 13.3 किलोमीटर है। निर्माण कार्य 2023 में पूरा होना था, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से समय बढ़ गया। इसके निर्माण होने से सुपौल और मधुबनी जिले के बीच की दूरी 30 किलोमीटर कम हो जाएगी। यह पुल केंद्र सरकार भारतमाला प्रोजेक्ट के अंडर बनवा रही है।

मधुबनी से मंगाई गई क्रेन

सुपौल एसडीएम सदर इंद्रवीर कुमार ने कहा कि पुल के गिरे हिस्से के गार्टर को उठाने के लिए मधुबनी जिले से क्रेन मंगाई गई है। सभी घायलों की सही संख्या का अनुमान लग पाएगा। पुल गिरने की सूचना मिलते ही लोगों का जमावड़ा लग गया।

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