Amit Shah in Rajasthan: राजस्थान में गरजे अमित शाह, बोले- गहलोत सरकार के जाने का समय आ गया है

Amit Shah in Rajasthan: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने परिवर्तन यात्रा को रवाना करने से पहले सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जब परिवर्तन यात्रा समाप्त होगी, तब तक गहलोत सरकार की रवानगी तय हो चुकी होगी।

Update:2023-09-03 08:19 IST
Amit Shah in Rajasthan (Social Media)

Amit Shah in Rajasthan: इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव का सामना करने वाले राजस्थान में धीरे-धीरे सियासी सरगर्मी बढ़ रही है। विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने ग्राउंड पर माहौल बनाना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के अन्य तमाम राष्ट्रीय नेताओं की ताबड़तोड़ रैलियां और दौरे हो रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज डूंगरपुर के बेणेश्वर से बीजेपी की परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाई।

गहलोत सरकार की रवानगी तय: अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने परिवर्तन यात्रा को रवाना करने से पहले सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जब परिवर्तन यात्रा समाप्त होगी, तब तक गहलोत सरकार की रवानगी तय हो चुकी होगी। उन्होंने अशोक गहलोत से कुछ सवाल किए कि दस साल तक यूपीए सरकार ने राजस्थान की जनता को क्या दिया? भोले बनकर इधर-उधर की बात न करें। मुझे मालूम है, आप जवाब नहीं दोगे, लेकिन मैं बनिया का बेटा हूं, हिसाब लेकर चलता हूं। दस साल की सरकार में सिर्फ राजस्थान को 1 लाख 60 हजार करोड़ रुपए दिए, जबकि नरेंद्र मोदी सरकार ने 9 साल में 8 लाख करोड़ रुपए राजस्थान की जनता को दिए।

परिवर्तन यात्रा को अमित शाह ने दिखाई हरी झंडी

राजस्थान में कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा अभियान छेड़ दिया है। पार्टी परिवर्तन यात्राओं के मार्फत 72 सभाएं और कार्यक्रम करने जा रही है। इसी अभियान के तहत रविवार 3 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य के दक्षिण में स्थित डूंगरपुर जिले के बेणेश्वरधाम से परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाई।

जेपी नड्डा ने भी कल साधा था निशाना

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को राजस्थान के दौरे पर थे। उन्होंने सवाईमाधोपुर जिले के त्रिणेश मंदिर से परिवर्तन यात्रा को रवाना किया। इस दौरान प्रतापगढ़ की घटना को लेकर गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला। नड्डा ने कहा कि शुक्रवार को प्रतापगढ़ के धरियावाद की घटना शर्मसार करने वाली है। चाहे अलवर,बाड़मेर और चूरू का हिस्सा हो सब जगह जघन्य अपराध हो रहे हैं। अबोध बच्चियों के साथ रेप हो रहा है। राजस्थान की यह छवि बदलनी है तो गहलोत सरकार को बदलना होगा।

बता दें कि राजस्थान में अगले दो माह में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज सकता है। राज्य में मुख्य लड़ाई सत्तारूढ़ कांग्रेस और मुख्य विपक्षी बीजेपी के बीच है। राजस्थान में हर पांच वर्ष पर सत्ता बदलने की पुरानी परंपरा रही है।

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