UP By-Election 2024: कांग्रेस को फूलपुर सीट भी देने को अखिलेश तैयार, बदले में महाराष्ट्र में सपा के लिए चाहिए सम्मान
UP By-Election 2024: सपा की ओर से महाराष्ट्र में 12 सीटों की डिमांड की रखी गई है और पार्टी इस मुद्दे पर ज्यादा पीछे हटने के लिए तैयार नहीं दिख रही है।
UP By-Election 2024: उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की नाराजगी के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव मैं एक और सीट छोड़ने का संकेत दिया है। सपा की ओर से कांग्रेस को दो सीटें ऑफर की गई थीं मगर कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं दिख रही है। अब सपा की ओर से गाजियाबाद और अलीगढ़ की खैर सीट के अलावा फूलपुर सीट भी छोड़ने का संकेत दिया गया है।
इसके बदले में समाजवादी पार्टी महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में सम्मानजनक सीटें चाहती है। सपा उत्तर प्रदेश में नरम रुख अपनाने के लिए भला तैयार दिख रही हो मगर इसके बदले में पार्टी ने महाराष्ट्र में सख्त रवैया अपनाने का भी संकेत दिया है। सपा की ओर से महाराष्ट्र में 12 सीटों की डिमांड की रखी गई है और पार्टी इस मुद्दे पर ज्यादा पीछे हटने के लिए तैयार नहीं दिख रही है।
दोनों सीटों पर कांग्रेस की स्थिति कमजोर
सपा मुखिया अखिलेश यादव का कहना है कि उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में सपा और कांग्रेस का गठबंधन मिलकर चुनाव लड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अभी कांग्रेस के साथ सीटों को लेकर बातचीत चल रही है। पहले सपा की ओर से गाजियाबाद और अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट कांग्रेस को ऑफर की गई थी। हालांकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की ओर से पांच सीटों की डिमांड रखी गई है।
हालांकि सपा की ओर से कांग्रेस को जिन दो सीटों का पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया गया है, उन दोनों सीटों पर कांग्रेस की स्थिति कमजोर मानी जा रही है। गाजियाबाद में कांग्रेस 22 और खैर में 44 सालों से चुनाव हारती रही है। इन दोनों सीटों पर भाजपा की स्थिति मजबूत मानी जा रही है। ऐसे में कांग्रेस प्रदेश के उपचुनाव में उतरने के लिए तैयार नहीं दिख रही है।
फूलपुर में सपा घोषित कर चुकी है प्रत्याशी
अब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की ओर से कांग्रेस को फूलपुर सीट भी देने का संकेत दिया गया है। हालांकि फूलपुर में सपा की ओर से पहले ही मुर्तजा सिद्दीकी को प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है और पार्टी की ओर से प्रचार अभियान भी शुरू कर दिया गया है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर जीत हासिल की थी।
समाजवादी पार्टी का मानना है कि फूलपुर के जातीय समीकरण को देखते हुए इस सीट पर गठबंधन की जीत तय है। कांग्रेस की ओर से फूलपुर सीट को लेकर विशेष दबाव बनाया जा रहा है और इसलिए सपा ने अपने कदम वापस खींचने का संकेत दिया है। हालांकि पार्टी कांग्रेस की पांच सीटों की डिमांड पूरी करने के लिए अभी भी तैयार नहीं है।
महाराष्ट्र में सपा की 12 सीटों की डिमांड
हालांकि समाजवादी पार्टी के रुख में यह नरमी अनायास नहीं आई है। इसके बदले में सपा महाराष्ट्र में सम्मानजनक सीटें चाहती है। पार्टी की ओर से महाराष्ट्र में 12 सीटों की डिमांड रखी गई है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने हाल में महाराष्ट्र का दौरा भी किया था। सपा के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि महाराष्ट्र के कई इलाकों में हमारा अच्छा जनाधार है। इसलिए पार्टी की ओर से 12 सीटें मांगी गई हैं।
समाजवादी पार्टी की ओर से महाराष्ट्र की 5 सीटों पर प्रचार भी शुरू कर दिया गया है। पार्टी महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में कोई भी दबाव मानने के लिए तैयार नहीं दिख रही है। वैसे महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन में ही सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि सपा की यह डिमांड कैसे पूरी हो पाएगी। सपा हरियाणा में जरूर पीछे हट गई थी मगर महाराष्ट्र में पार्टी कदम वापस खींचने के लिए तैयार नहीं है।