Kota Suicide: कोटा से दुखद खबर, फिर एक छात्र ने किया सुसाइड, एक साल में 17वीं मौत

Kota Suicide: मेडिकल और इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए कोचिंग का हब कहा जाने वाला राजस्थान का कोटा लगातार सुसाइड के मामलों को लेकर चर्चा में बना हुआ है। यहां कोचिंग छात्रों की मौत का मामला लगातार जारी है।

Update:2023-08-03 13:45 IST
सांकेतिक तस्वीर ( सोशल मीडिया)

Kota Suicide: मेडिकल और इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए कोचिंग का हब कहा जाने वाला राजस्थान का कोटा लगातार सुसाइड के मामलों को लेकर चर्चा में बना हुआ है। यहां कोचिंग छात्रों की मौत का मामला लगातार जारी है। इसी कड़ी में गुरुवार (3 अगस्त) को मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे उत्तर प्रदेश के छात्र ने आत्महत्या कर ली। यह इस साल 2023 जनवरी से अब तक सुसाइड से छात्रों की मौत का 17वां मामला है।

मेडिकल की तैयारी कर रहा था छात्र

मृतक छात्र की पहचान मनजोत छाबड़ा के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के रामपुर जनपद का रहने वाल है। वह इस साल अप्रैल महीने में ही कोटा मेडिकल की तैयारी के लिए आया था। यहीं विद्यापीठ कोचिंग सेंटर में प्रवेश लिया था और मेडिकल की तैयारी कर रहा था। लेकिन आज गुरुवार की सुबह अपने हॉस्टल में मृत पाया गया।

चार महीने पहले ही आया था कोटा

डीएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि मनजोत छाबड़ा चार महीने पहले की कोटा आया था और यहां हॉस्टल में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रहा था। बुधवार शाम को वह कोचिंग गया, इसके बाद से वह अपने रूम में ही था। गुरुवार को सुबह साढ़े नौ बजे तक जब वह रूम से बाहर नहीं निकला तो उसके दोस्तों ने उसे कॉल लिया। लेकिन, कॉल रिसीव नहीं हुई और गेट अंदर से बंद था। इसके बाद लड़कों ने इस बात जानकारी कोचिंग संचालक को दी। कोचिंग संचालक ने पुलिस को घटना के बारे बताया, जिसके तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। रूम का गेट तोड़ा गया तो मनजोत का शव बेड पर पड़ा हुआ था। मुंह पॉलिथीन से ठका था और हाथ रस्सी से बंधे हुए थे।

सुसाइड नोट में मौत का जिम्मेदार खुद को बताया

डीएसपी ने कहा कि कमरे की तलाशी ली गई तो कमरे से सुसाइड नोट बरामद हुआ जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को बताया है। उन्होने बताया कि छात्र के परिजनों को सूचना दे दी गई है। उनके आने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।

एक साल में 17 बच्चों ने किया सुसाइड

बता दें कोटा में देश के कोने-कोने से छात्र मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करने के लिए आते हैं। लेकिन, इस साल 2023 में जनवरी से अब तक 17 छात्रों ने सुसाइड कर लिया है। आत्महत्या करने वाले अधिकतर छात्रों की उम्र 15 से 18 साल की बीच ही है। कोटा में मई और जून के महीने में ही कुल 9 छात्रों ने आत्महत्या की है।

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