चमोली त्रासदी: 5 और शव बरामद, सात दिन बाद भी जारी है जिंदगी बचाने की जंग

  7 फरवरी को आई आपदा के बाद से सुंरग में फंसे लोगों को बचाने के लिए दिन रात अभियान चलाया जा रहा है। उत्तराखंड पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान मिलकर शवों को निकाल रहे हैं।

Update: 2021-02-14 05:11 GMT
पांच लाशें बरामद होने के बाद अब मरने वाले लोगों का आंकड़ा 43 हो गया है। टनल से मलबा और कीचड़ हटाए जाने का काम निरंतर चल रहा है।

चमोली/ नई दिल्ली: उत्तराखंड के चमोली में आई आपदा के बाद तपोवन पावर प्रोजेक्ट की सुरंग में फंसे लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

सात दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक बचाव दल अंदर फंसे लोगों तक नहीं पहुंच पाया है। रविवार तड़के सुबह रेस्क्यू टीम ने सुरंग से पांच और शव बरामद किये, जिसके बाद इस त्रासदी में मरने वाले लोगों की संख्या 43 हो गई है।

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि तपोवन (चमोली में) में मुख्य सुरंग के किनारे से आज दो शव बरामद किए गए हैं।

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चमोली त्रासदी: 5 और शव बरामद, सात दिन बाद भी जारी है जिंदगी बचाने की जंग (फोटो:सोशल मीडिया)

7 फरवरी को आई थीं आपदा, अब 38 लाशें बरामद

उत्तराखंड पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान मिलकर शवों को निकाल रहे हैं। 7 फरवरी को आई आपदा के बाद से सुंरग में फंसे लोगों को बचाने के लिए दिन रात अभियान चलाया जा रहा है।

शनिवार को को चमोली की डीएम स्वाति एस भदौरिया ने बताया था कि एनटीपीसी टनल में खुदाई का काम 136 मीटर तक पूरा कर लिया गया है।

शुक्रवार को एक डेडबॉडी बरामद की गई थी। लापता 204 लोगों में से 38 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं जबकि 2 लोगों को जिंदा बचाया गया है।

रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है। पांच लाशें बरामद होने के बाद अब यह आंकड़ा 43 हो गया है। टनल से मलबा और कीचड़ हटाए जाने का काम निरंतर चल रहा है। कुछ लोगों के अब भी टनल में फंसे होने की आशंका है।

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चमोली त्रासदी: 5 और शव बरामद, सात दिन बाद भी जारी है जिंदगी बचाने की जंग(फोटो:सोशल मीडिया)

लोगों की मदद के लिए आईटीबीपी ने लगाये राहत शिविर

उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने के बाद जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई गांवों से संपर्क टूटने के बाद आईटीबीपी ने वहां राहत शिविर लगाए हैं और लोगों को आवश्यक सामग्री मुहैया कराई जा रही हैं। लोगों को किसी भी तरह की कोई कठिनाई न हो इस बात का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है।

बता दें कि उत्तराखंड के चमोली जिले में सात फरवरी को ग्लेशियर टूटने से सैलाब आ गया था। जिसकी वजह से उत्तराखंड के 13 गांवों में भारी जनहानि हुई थी। कई लोग सैलाब में बह गए थे।

कई गांवों का जिले से सम्पर्क टूट गया था। तपोवन टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद कई लाशें बरामद की जा चुकी हैं। कुछ लोगों को सुरक्षित भी बचाया गया है। लापता लोगों की तलाश अभी भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

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