Rajasthan Politics: राजस्थान में नया सियासी घमासान, गहलोत बोले-वसुंधरा राजे ने बचाई थी मेरी सरकार, पूर्व CM ने दिया तीखा जवाब

Rajasthan Politics: अशोक गहलोत के इस बयान के बाद राज्य में नया सियासी घमासान शुरू हो गया है। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गहलोत के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है।

Update:2023-05-08 15:37 IST
vasundhara raje ashok gehlot (फोटो: सोशल मीडिया )

Rajasthan Politics:राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सियासी जादूगर यूं ही नहीं माना जाता। रविवार को उन्होंने राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे के संबंध में हैरानी भरा बयान दिया। वसुंधरा राजे को अपनी सरकार का संकटमोचक बताते हुए उन्होंने कहा कि 2020 में कांग्रेस के कुछ विधायकों की बगावत के समय वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल ने मेरी सरकार बचाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। गहलोत ने सचिन पायलट की अगुवाई में कांग्रेस विधायकों की बगावत की याद दिलाते हुए यह महत्वपूर्ण सियासी बयान दिया।

गहलोत के इस बयान के बाद राज्य में नया सियासी घमासान शुरू हो गया है। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गहलोत के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने गहलोत के दावों को बड़ी साजिश बताते हुए चुनौती भी दी है। उन्होंने कहा कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार तय है और इस हार के डर से अशोक गहलोत झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि गहलोत के पास विधायकों के रिश्वत लेने का सबूत है तो उन्हें एफआईआर दर्ज करानी चाहिए।

राजे और मेघवाल ने बचाई थी सरकार

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को धौलपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान महत्वपूर्ण सियासी बयान दिया। गहलोत की ओर से किए गए दावों ने राजस्थान में नई सियासी हलचल पैदा कर दी है। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में उन्होंने राजस्थान में भैरो सिंह शेखावत की अगुवाई वाली भाजपा सरकार को गिराने से इनकार कर दिया था। वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल ने भी इसी परंपरा को निभाते हुए 2020 में कांग्रेस के कुछ विधायकों की बगावत के समय मेरी सरकार को गिराने से मना कर दिया था।

गहलोत ने पुराने दिनों की चर्चा करते हुए कहा कि मैं भी चाहता तो भैरों सिंह शेखावत की सरकार गिरा सकता था, लेकिन मैंने इसे अनैतिक काम मानते हुए उनकी सरकार गिराने से इनकार कर दिया था। वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल ने भी इसी पंप परंपरा पर चलते हुए कहा था कि चुनी गई सरकार को धन बल पर गिराने कि हमारी कभी कोई परंपरा नहीं रही है। राजे और मेघवाल ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनते हुए मेरी सरकार गिराने से इनकार कर दिया।

बागियों पर शाह से पैसा लेने का आरोप

राजस्थान के मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और गजेंद्र सिंह शेखावत पर भी निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं ने मिलकर उनकी सरकार गिराने की साजिश रची थी। इन लोगों ने मेरी सरकार गिराने के लिए राजस्थान में पैसे बांटे थे और हैरानी की बात है कि अभी तक वह पैसा वापस नहीं लिया गया है। मैंने अपने विधायकों से कहा कि अमित शाह से करोड़ों रुपए लेने वाले विधायकों को पैसा लौटाना चाहिए। अगर उन्होंने उस पैसे में से दो करोड़ रुपए खर्च भी कर दिए हों तो मैं वह पैसा एआईसीसी से दिलाने में मदद करूंगा।

हार के डर से झूठ बोल रहे गहलोत

मुख्यमंत्री गहलोत के इस बयान पर भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने मुख्यमंत्री के बयान को साजिश बताते हुए कहा कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का हारना तय है और हार के डर से ही मुख्यमंत्री गलत बयान दे रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि गृह मंत्री अमित शाह की ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के संबंध में सबको जानकारी है। फिर भी मुख्यमंत्री इस तरह की बयान बाजी कर रहा है।

पैसा लेने वालों पर एफआईआर दर्ज कराएं

उन्होंने कहा कि मेरी तारीफ में बयान देकर गहलोत ने मेरे खिलाफ बहुत बड़ी साजिश रची है। इस तरह का बयान देकर उन्होंने मेरा जितना अपमान किया है, उतना कोई दूसरा नहीं कर सकता। मनगढ़ंत कहानियां सुनाकर गहलोत की हार से बचने की कोशिश कभी कामयाब नहीं होने वाली है।

वसुंधरा राजे ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री को इस बात की जानकारी है कि उनके विधायकों ने पैसा लिया है तो उन्हें इस बाबत एफआईआर दर्ज करानी चाहिए। राजस्थान में कांग्रेस का जनाधार लगातार खिसकता जा रहा है और इसी बौखलाहट में मुख्यमंत्री झूठे बयान दे रहे हैं।

शेखावत ने भी साधा गहलोत पर निशाना

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर झूठ बोलने का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस से बगावत करने वाले विधायकों ने करोड़ों रुपए की रिश्वत ली थी तो गहलोत ने अभी तक ऐसे विधायकों के खिलाफ केस क्यों नहीं दर्ज कराया।

शेखावत ने कहा कि कांग्रेस के भीतर बड़ा संघर्ष चल रहा है और इस संघर्ष को जीतने के लिए गहलोत तरह-तरह के झूठ बोल रहे हैं। गहलोत के इस बयान के बाद राज्य में नया सियासी घमासान शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि जल्दी ही सचिन खेमा भी इस घमासान में कूद पड़ेगा।

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