Veer Bal Diwas: जानिये वीर बाल दिवस का महत्व, आज होंगे बहादुर बच्चे सम्मानित
Veer Bal Diwas: वीर बाल दिवस गुरु गोविंद सिंह के बच्चों की शहादत से जुड़ा है। गुरु जी के चारों बच्चों ने धर्म की रक्षा के अप्रतिम बलिदान दिया।
Veer Bal Diwas: आज वीर बाल दिवस है। इस दिन को सिखों के गुरु गोविंद सिंह के साहबजादों जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह शायद इतिहास में सबसे कम उम्र के बच्चों का बलिदान था। जिसकी मिसाल दुनिया में दूसरी नहीं मिलती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 2022 से इस दिन को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इन दोनों बच्चों ने धर्म और मानवता के लिए खुद को न्योछावर कर दिया था।
नौ जनवरी को गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का एलान किया था।
दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया
वीर बाल दिवस गुरु गोविंद सिंह के बच्चों की शहादत से जुड़ा है। गुरु जी के चारों बच्चों ने धर्म की रक्षा के अप्रतिम बलिदान दिया। जिसमें बाबा अजित सिंह और बाबा जुझार सिंह युद्ध में लड़ते हुए शहीद हुए थे जबकि बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह को तमाम यातनाएं देने के बाद दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया था।
दोनों बच्चे बहुत ही मासूम थे। बाबा जोरावर सिंह मात्र नौ वर्ष की उम्र में शहीद हुए थे जबकि फतेह सिंह की उम्र तो मात्र छह वर्ष थी। लेकिन दोनों भाई को कोई भी प्रलोभन डिगा नहीं पाया और दोनों दीवार में जिंदा चुनवा दिये गए लेकिन मुंह से उफ नहीं की। फतेह सिंह और जोरावर सिंह सिख पंथ में सबसे पवित्र शहीदों में माने जाते हैं।
इन्हीं शहीदों की याद में वीर बाल दिवस आज मनाया जा रहा है। इस बार वीर बाल दिवस पर बहादुर बच्चों को सम्मानित किया जाएगा। पहले ये पुरस्कार 26 जनवरी को दिये जाते थे। देश विभिन्न क्षेत्रों में बहादुरी दिखाने वाले चयनित 17 बच्चों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज 26 दिसंबर को सम्मानित करेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।