दिल्ली में सड़कों पर उतरे हिंदू संगठन, उदयपुर, अमरावती हत्याकांड और काली पोस्टर विवाद को लेकर निकाला विरोध मार्च
Delhi Protest: विश्व हिंदू परिषद (VHP) और अन्य भगवा संगठनों ने काली पोस्टर विवाद से लेकर उदयपुर और अमरावती में हुए नृशंष हत्याकांड के विरोध में दिल्ली में संकल्प मार्च निकाला।
New Delhi: मां काली के विवादित पोस्टर का मामला गरमाता जा रहा है। शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (New Delhi) में इसके खिलाफ हिंदू संगठन सड़कों पर उतर आए। विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) और अन्य भगवा संगठनों ने काली पोस्टर विवाद (Kali poster controversy) से लेकर उदयपुर और अमरावती में हुए नृशंष हत्याकांड के विरोध में दिल्ली के मंडी हाउस से लेकर जंतर-मंतर तक संकल्प मार्च निकाला।
इस प्रदर्शन में मोटरसाइकिल से लेकर पैदल बड़ी संख्या में हिंदू संगठन के सदस्य हाथों में भगवा झंडा लिए दिखाई दिए। संकल्प मार्च में शामिल लोगों के हाथों में तख्तियां भी थी, जिन पर फिल्ममेकर लीना मणिकेमलाई (Filmmaker Leena Manikemalai) के खिलाफ काफी कुछ लिखा गया था। देश में हो रहे भारी विरोध के बीच कनाडा में बैठी लीना लगातार विवादित ट्वीट करके इस मामले को और भड़का रही हैं। अपने ताजे ट्वीट में उन्होंने लिखा, मेरी काली हिंदुत्व खत्म करने वाली।
वीएचपी ने नूपुर शर्मा का किया समर्थन
मार्च की अगुवाई कर रही वीएचपी ने पैगंबर मोहम्मद पर कथित विवादित टिप्पणी करने वाली नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि हमने सुना है, उनके बयान में कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि ये देश संविधान से चलेगा न कि शरिया कानून से।
इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। प्रदर्शनकारियों ने हिंदू देवी –देवताओं का अपमान करने, भारत के संविधान का पालन नहीं करने और सिर कलम गैंग के लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए सजा की मांग की। मार्च में शामिल लोग तिरंगा झंडा पहरा रहे थे और जय श्री राम के नारे लगा रहे थे।
भाजपा नेता भी हुए शामिल
भगवा संगठनों के संकल्प मार्च में दिल्ली बीजेपी के नेता भी शामिल हुए। दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता तेजिंदरपाल सिंह बग्गा (BJP spokesperson Tejinderpal Singh Bagga) और पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा मार्च में नजर आए। मार्च में शामिल उत्तरी दिल्ली के पूर्व मेयर अवतार सिंह ने कहा कि हम यहां हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ आवाज उठाने आए हैं। हमारी मांग है कि हिंदुओं को निशाने बनाने वालों पर कार्रवाई की जाए।
हिंदू संगठनों का क्यों फूटा गुस्सा
दरअसल नूपुर शर्मा के बयान से उपजे विवाद के बाद से देश में हिंसा और प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया। कई जगहों पर प्रदर्शन के दौरान हिंदूओं को निशाने बनाने की कोशिश भी की गई। इसके अलावा नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने वाले उदयपुर के कन्हैयालाल और अमरावती के उमेश कोल्हे की नृशंष हत्या कर दी गई। इसके अलावा कई और लोगों को ऐसा ही परिणाम भुगतने की धमकी भी दी जा रही है। इन सब घटनाओं से हिंदू संगठनों में जबरदस्त आक्रोश है।
हालिया मां काली पोस्टर विवाद ने आग में घी डालने का काम किया है। यही वजह है कि कई राज्यों में वीएचपी और बजरंग दल द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, ताकि मुस्लिम अतिवादियों की धमकी से प्रभावित हिंदुओं की मदद की जा सके।