Vinesh Phogat Retires: 'मां, कुश्ती जीत गई, मैं हार गई',ओलंपिक में अयोग्यता के बाद विनेश फोगाट ने किया संन्यास का ऐलान
Vinesh Phogat Retires: पेरिस ओलंपिक में फाइनल मुकाबले से पूर्व सौ ग्राम अधिक वजन होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था। जिसके बाद उन्होंने संन्यास की घोषणा की है।
Vinesh Phogat Retires: पेरिस ओलंपिक में फाइनल मुकाबले से पूर्व अयोग्य करार दी गईं भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कुश्ती को अलविदा कहने की घोषणा की है। विनेश फोगाट ने लिखा कि मां,कुश्ती मेरे से जीत गई। मैं हार गई। माफ करना। विनेश फोगाट ने इस ऐलान से अपने करोड़ों प्रशंसकों को हैरान कर दिया है। विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित किए जाने के बाद पूरे देश में इस मुद्दे की गूंज सुनाई दी है और लोग निराशा जताने के साथ साजिश की आशंका भी जता रहे हैं।
पेरिस ओलंपिक में फाइनल मुकाबले से पूर्व सौ ग्राम अधिक वजन होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था। पूरे देश ने उनसे गोल्ड की उम्मीद लगा रखी थी मगर बुधवार को यह खबर आने के बाद विनेश फोगाट ही नहीं बल्कि पूरे देश को करारा झटका लगा है। सौ ग्राम अधिक वजन होने के कारण स्वर्ण पदक तो दूर, रजत पदक भी विनेश फोगाट की झोली से फिसल गया।
विनेश ने कुश्ती को कहा अलविदा
विनेश फोगाट ने गुरुवार को तड़के कुश्ती को अलविदा कहने की घोषणा की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने इस फैसले की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा,मां, कुश्ती मेरे से जीत गई। मैं हार गई। माफ करना। आपका सपना, मेरी हिम्मत, सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। माफी। अयोग्य घोषित किए जाने के बाद विनेश फोगाट ने कोर्ट ऑफ एब्रीटेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) में अपील की थी। उनका कहना था कि उन्हें इस इवेंट के लिए सिल्वर मेडल दिया जाना चाहिए।
शानदार अंदाज में फाइनल में बनाई थी जगह
विनेश फोगाट शानदार अंदाज में क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल मुकाबले जीतने के बाद 50 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में पहुंची थीं मगर उन्हें फाइनल खेलने का मौका नहीं मिल सका। 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया जिससे भारत को करारा झटका लगा है। सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान उन्होंने 5-0 से जीत हासिल की थी और वे ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान बन गई थीं मगर वजन अधिक मिलने के बाद उन्हें निराश होना पड़ा।
सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान उन्होंने क्यूबा की पैन अमेरिकन चैंपियन लोपेज़ गजमैन को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी जहां उनका मुकाबला अमेरिकी पहलवान से होना था मगर इस मुकाबले से पूर्व ही पूरे देश को निराश करने वाली खबर सामने आई। बुधवार से सोशल मीडिया पर यह मामला छाया हुआ है और लोग विनेश फोगाट के प्रति अपना समर्थन जता रहे हैं।
वजन कम करने की सारी कोशिशें हो गईं फेल
फाइनल मुकाबले से पहले मंगलवार की रात विनेश फोगाट का वजन तय मानक से दो किलोग्राम ज्यादा था जिसे लेकर भारतीय खेमा चिंतित हो गया। कोच और सपोर्ट स्टाफ ने मिलकर उनका वजन कम करने की हर संभव कोशिश की। इसके लिए उनके बाल और नाखून काटे गए और खून तक निकलवाया गया ताकि उनका वजन कुछ कम हो सके। विनेश ने मंगलवार को हुए अपने मुकाबलों के लिए वजन तो पूरा कर लिया था, लेकिन नियमों के मुताबिक पहलवानों को प्रतियोगिता के दोनों दिन अपने भार वर्ग के भीतर ही रहना होता है। इसलिए बुधवार को होने वाले फाइनल मुकाबले से पूर्व एक बार फिर उनका वजन लिया गया जिसमें वे फेल साबित हुईं।
मंगलवार रात विनेश का वजन दो किलोग्राम अधिक मिलने के बाद वे पूरी रात नहीं सोई थीं। कोच और सपोर्ट स्टाफ के साथ मिलकर उन्होंने पूरी रात अपना वजन कम करने की पूरी कोशिश की। इसके लिए उन्होंने जॉगिंग से लेकर स्किपिंग और साइकिलिंग तक सबकुछ किया मगर वजन को निर्धारित मानक के भीतर लाने में कामयाबी नहीं मिल सकी।
कई बड़े मुकाबलों में हासिल कर चुकी हैं जीत
महिला कुश्ती के क्षेत्र में विनेश फोगाट का शानदार करियर रहा है। वे विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक भी जीता है। वे एशियाई चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रही हैं। उन्हें देश के सबसे सफल भारतीय पहलवानों में गिना जाता रहा है।
उन्होंने 2016 के रियो ओलंपिक खेलों के दौरान महिलाओं की 48 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती में डेब्यू किया था। उस समय घुटने में गंभीर चोट लग जाने के कारण उन्हें क्वार्टर फाइनल मुकाबले से बाहर होना पड़ा था।
टोक्यो में हुए पिछले ओलंपिक के दौरान उन्हें 53 किग्रा भार वर्ग में पदक का दावेदार माना जा रहा था। उस समय उन्हें क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार का मुंह देखना पड़ा था। इस बार उन्हें गोल्ड मेडल का प्रबल दावेदार माना जा रहा था मगर पेरिस से भी उनके लिए निराशाजनक खबर सामने आई है। अब पेरिस ओलंपिक में अयोग्य घोषित होने के बाद उन्होंने कुश्ती को अलविदा कह दिया है।