Visva-Bharati University: प्रोफेसर पर यौन शोषण का आरोप, मैसेज भेजे, लिखा-रात गुजारो तो एग्जाम पास करवा दूंगा

Visva-Bharati University: छात्राओं ने शांतिनिकेतन पुलिस स्टेशन में प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया कि परीक्षा में फेल होने का डर दिखाकर उन्हें प्रताड़ित किया गया।

Update:2024-03-31 17:03 IST

Visva-Bharati University (Pic:Social Media)

Visva-Bharati University: कोलकाता से एक शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां के विश्वभारती यूनिवर्सिटी की तीन छात्राओं ने एक गेस्ट प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इनका आरोप है कि इस प्रोफेसर ने सेमेस्टर परीक्षा में पास कराने के बदले में शारीरिक संबंध बनाने की मांग की। वहीं आरोपी प्रोफेसर ने छात्राओं की शिकायत को खारिज कर दिया।

यूनिवर्सिटी के फारसी, उर्दू और इस्लामिक स्टडी डिपार्टमेंट में पढ़ने वाली तीनों स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया है कि प्रोफेसर ने उन्हें वॉट्सएप पर अश्लील मैसेज भी भेजे और कई बार उन्हें गलत तरीके से छुआ। छात्राओं ने 28 मार्च को शांतिनिकेतन पुलिस स्टेशन में प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया कि परीक्षा में फेल होने का डर दिखाकर उन्हें प्रताड़ित किया गया।

छात्राएं सबूत लेकर थाने पहुंचीं थीं। उन्होंने पुलिस को प्रोफेसर के भेजे मैसेज दिखाए, जिनमें उसने छात्राओं से अलग से मिलने और रात गुजारने की भी बात लिखी थी।

प्रोफेसर बोला- मुझे फंसाया जा रहा है

वहीं आरोपी प्रोफेसर ने छात्राओं की शिकायत को खारिज कर दिया। प्रोफेसर ने कहा- मैं इस समय बोलपुर में नहीं हूं। बाहर हूं। मैं इस बारे में कुछ नहीं जानता। मुझे फंसाया जा रहा है। वॉट्सएप पर अगर किसी छात्र को कोई मैसेज भेजा जाता है तो वह पढ़ाई को लेकर होता है। उनका किसी और से कोई रिश्ता नहीं है। मैं यहां इतने लंबे समय से पढ़ा रहा हूं। पहले कभी भी मेरे खिलाफ इस तरह के आरोप नहीं लगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी प्रोफेसर का नाम अब्दुल्ला मोल्लाह है।

यूनिवर्सिटी का विवादों से है पुराना नाता

यह कोई पहला मौका नहीं है जब विश्व भारती का नाम विवादों में आया है। इससे पहले पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित शांतिनिकेतन को सितंबर 2023 में यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल किया गया। नवंबर में यूनिवर्सिटी में एक शिलापट्ट पर पीएम मोदी और वाइस चांसलर का नाम लिखी पट्टिका लगाई गई, जिस पर जमकर विवाद हुआ था। उसके बाद 7 दिसंबर को विवादित पट्टिका को बदल दिया गया।

फैकल्टी एसोसिएशन बोला- जल्द होनी चाहिए जांच

विश्व भारती यूनिवर्सिटी फैकल्टी एसोसिएशन के प्रवक्ता सुदीप्त भट्टाचार्य ने कहा कि आरोपों की जल्द से जल्द जांच की जानी चाहिए। यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने बताया कि अगर तीनों छात्राएं सेंट्रल यूनिवर्सिटी आईसीसी (आंतरिक शिकायत समिति) से संपर्क करती हैं, तो वह आरोपों पर गौर करेगी और उचित कार्रवाई करेगी।

शांति निकेतन से जुड़ा इतिहास

-शांतिनिकेतन की शुरुआत रविंद्रनाथ टैगोर के पिता देवेंद्रनाथ टैगोर ने 1863 में एक आश्रम के तौर पर की थी।

-1901 में रविंद्रनाथ टैगोर ने इसे गुरुकुल सिस्टम पर आधारित स्कूल और आर्ट सेंटर में बदला।

-टैगोर ने 1921 में यहां विश्व भारती की स्थापना की थी।

-विश्व भारती को 1951 में सेंट्रल यूनिवर्सिटी और राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित किया गया। रविंद्रनाथ टैगोर ने यहां लंबा समय बिताया था।

-दुनिया भर में 1172 वर्ल्ड हेरिटेज प्रॉपर्टीज हैं। शांतिनिकेतन वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल होने वाली भारत की 41वीं धरोहर है।

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